नई दिल्ली, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। रूस में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने जा रहे भारतीय छात्रों के लिए रस एजुकेशन और रशियन सेंटर फॉर साइंस एंड कल्चर ने वार्षिक मिलन समारोह का आयोजन किया जिसमें छात्रों को विदेश में शिक्षा के बारे में टिप्स दिए गए और उनकी आशंकाओं को दूर किया गया।
रस एजुकेशन के वाईस चेयरमैन व वायु मार्शल (सेवानिवृत्त), पवन कपूर ने कहा, “सोब्रेनिया 2018 का उद्देश्य छात्रों को एक छत के नीचे अपने माता-पिता के साथ मिलना था ताकि वे विदेश में शिक्षा के बारे में जरूरी जानकारी हासिल कर सकें और अपनी आशंकाओं को साझा करने के लिए एक-दूसरे से मिल सकें और बातचीत के जरिये इसे दूर कर सकें।”
भारत के कई राज्यों के वंचित छात्रों जिन्होंने 12वीं में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन आर्थिक समस्या के कारण उन्हें भारतीय मेडिकल कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल सका, मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुए। रस एजुकेशन की तरफ से ऐसे छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के सिंह ने छात्रों और उनके माता-पिता को संबोधित करते हुए कहा, “हम छात्रों को विदेश में देश का राजदूत बनना चाहते हैं। यदि आपको किसी भी समस्या का सामना करना पड़ता है तो आपको भारतीय दूतावास से संपर्क करना होगा और दूतावास आपको हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।”
उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि छात्रों को रशिया में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें अपने मूल देश की सेवा करने के लिए वापस जाना चाहिए।