श्रीनगर, 16 जून (आईएएनएस)। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को कहा कि सोपोर कस्बे में पिछले दिनों पूर्व आतंकवादियों की हत्या का जिम्मेदार हिजबुल मुजाहिद्दीन से टूट कर बना अलगाववादी आतंकवादी गुट है।
पुलिस उप महानिरीक्षक (उत्तरी कश्मीर) गरीब दास ने आईएएनएस को बताया, “ये वही लोग हैं, जिन्होंने पहले सोपोर और आसपास के क्षेत्रों में दूरसंचार व्यवस्था बाधित करने की कोशिश की थी।”
उन्होंने बताया, “लश्कर-ए-इस्लाम, हिजबुल मुजाहिद्दीन से टूट कर बना गुट है और हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि पूर्व आतंकवादियों की हत्या इसी गुट ने करवाई है।”
दास ने कहा, “ये हत्याएं प्रतिहिंसा का परिणाम हैं।”
दास ने बताया कि पुसिल ने सोपोर में लश्कर-ए-इस्लाम द्वारा दूरसंचार व्यवस्था ठप करने की धमकी को निष्प्रभावी करने में सफलता पाई थी और अब सोपोर में पूर्व आतंकवादियों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर उनका पर्दाफाश करने के लिए प्रयासरत है।
सोपोर के मुंदजी इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने सोमवार को एजाज अहमद रेशी की हत्या कर दी, इससे पहले भी सोपोर में तीन और पूर्व आतंकवादियों की हत्या हो चुकी है।
रेशी किसी समय हरकत-उल-मुजाहिद्दीन गुट का आतंकवादी था।
मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने सुरक्षा बलों को इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि पूर्व आतंकवादियों की रहस्यमयी हत्या की घटनाओं ने जम्मू एवं कश्मीर में वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं को एक-दूसरे के करीब लाने का काम किया है।
कट्टरपंथी हुर्रियत गुट के प्रमुख सैयद अली गिलानी, उदारवादी अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक, जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख मुहम्मद यासीन मलिक और डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी के प्रमुख शब्बीर शाह ने पुराना श्रीनगर स्थित जामिया मस्जिद में सोमवार को बैठक की और हत्याओं के लिए चिंता जाहिर करते हुए संयुक्त रणनीति बनाने की बात की।
अलगाववादी नेताओं ने हत्या की घटनाओं के विरोध में बुधवार को बंद और शुक्रवार को सोपोर में प्रदर्शन रैली की घोषणा की है।