सुजापुर (पश्चिम बंगाल), 13 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच गठजोड़ का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख भी उसी जनताविरोधी नीतियों का पालन कर रही है जो केंद्र में मोदी सरकार कर रही है।
उन्होंने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं आपको चेताना चाहती हूं कि जो व्यक्ति अपने आप को दीदी कहती हैं, और जो नमो-नमो का नारा लगवाता है, दोनों मिले हुए हैं।”
“जब भी प्रधानमंत्री को संसद में समस्या होती है, तो तृणमूल उसे बचाने आ जाती है। बदले में प्रधानमंत्री तृणमूल की जनता विरोधी नीतियों पर आंखें मूंद लेते हैं।”
सोनिया ने कहा कि क्या मोदी और बनर्जी ने चिटफंट कंपनियों पर कोई कार्रवाई की जिसमें बंगाल के गरीबों से करोड़ों रुपये लूट लिए। “उन्होंने ऐसा नहीं किया, क्योंकि दोनों एक ही थाली में खाना खाते हैं।”
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा ने लोगों को घोखा दिया और बंगाल में तृणमूल ने बहुमत मिलने के बाद लोगों को धोखा दिया।
“जिस तरीके से दीदी पैसा, सत्ता और बल का प्रयोग अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए करती हैं। मोदी भी वही तरीका विभिन्न राज्यों में कांग्रेसी सरकारों को गिराने के लिए अपनाते हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री ने उन लोगों को जेल नहीं भेजा जिन्होंने गरीबों का पैसा लूटा। इसी प्रकार मोदी ने उन लोगों के आसानी से देश छोड़कर जाने दिया जिन्होंने बैंकों का पैसा लूटा।”
उन्होंने 2001 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल के साथ कांग्रेस के गठजोड़ को याद करते हुए कहा कि तब हमने बनर्जी का समर्थन किया था। क्योंकि उन्होंने गरीबों, महिलाओं और हाशिये पर पड़े लोगों की भलाई करने की बात कही थी। लेकिन सत्ता में आते ही उन्होंने अपने सारे वादे भुला दिए।
उन्होंने कहा कि बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद महिलाओं पर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं।