भोपाल। प्रशासन पर लोकसभा नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज का रसूख भारी पड़ता दिख रहा है। सुषमा के चुनाव प्रचार के खर्च वाले रजिस्टर में गड़बड़ी पकड़ाई थी। आयोग के आब्जर्वर ने गड़बड़ी पर शोकाज नोटिस जारी करने को कहा था, लेकिन रिटर्निग ऑफिसर इसे जारी करना ही भूल गए हैं।
विदिशा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुषमा स्वराज के रोजाना के खर्च वाले रजिस्टर में तीन लाख रूपए का अंतर पाया गया था। इसकी रिपोर्ट 18 अप्रैल को आब्जर्वर डॉ. एमके मीना ने निरीक्षण के बाद तैयार की थी। उन्होंने साफ लिखा था कि प्रत्याशी के खर्च के हिसाब से 7 लाख 64 हजार 674 रूपए खर्च बताया गया है, जबकि शेडो ऑब्जर्वेशन रजिस्टर के हिसाब से खर्चा 10 लाख 32 हजार 759 रूपए बनता है।
विसंगति के चलते आब्र्जवर ने प्रत्याशी को शोकॉज नोटिस जारी करने के लिए रिटर्निग ऑफिसर जेके जैन को निर्देश दिए थे। इस अवधि को बीते 25 दिन हो चुके हैं, लेकिन जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है। इस सीट पर 24 अप्रैल को वोट पड़े थे।
– पिछले निरीक्षण में आब्र्जवर को मात्र 18 वाहन दिखाए गए थे, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक 43 वाहन मिले।
– भोजपुर विधानसभा का खर्च ही प्रत्याशी के शपथ-पत्र में नहीं दिखाया गया था।
>> सुषमा स्वराज के मामले की जानकारी नहीं है। कोई भी प्रत्याशी हो, उसके खिलाफ नियमानुसार ही कार्रवाई होगी। आब्र्जवर ने शोकॉज नोटिस के लिए लिखा है तो इस पर निश्चित ही नियमानुसार कार्रवाई की जाती है।
– जयदीप गोविंद, सीईओ, चुनाव आयोग
>>विदिशा प्रत्याशी को शोकॉज नोटिस देने की जानकारी मुझे नहीं है। अगर यह गलती से रह गया होगा तो दिखवाते हैं।
– जेके, जैन रिटर्निग ऑफिसर
>> सुषमा स्वराज को अभी तक शोकॉज नोटिस जारी नहीं किया गया है। हम वस्तुस्थिति का परीक्षण करवा रहे हैं। आब्र्जवर की निगरानी में शेडो रजिस्टर और प्रत्याशी के खर्च में अंतर नजर आया होगा तो प्रत्याशी से स्पष्टीकरण लिया जाता है।
– गजेंद्रसिंह, सहायक रिटर्निग ऑफिसर