आगरा, 3 अगस्त (आईएएनएस)। ताजमहल के शहर आगरा की सूरत कुछ बदली, कुछ बेहतर नजर आ रही है।
शहर में एक पखवाड़े में एक हजार से अधिक अवैध निर्माणों को गिराया जा चुका है।
यमुना पर एक नया पुल खुद को औपचारिक रूप से खोले जाने की प्रतीक्षा कर रहा है। 305 किलोमीटर लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर काम ने गति पकड़ ली है। कहा जा रहा है कि इसका काम अगले साल पड़ने वाली डेडलाइन से पहले पूरा हो जाएगा।
यमुना एक्सप्रेस-वे को ताजमहल इलाके और आगरा-मुंबई रोड से जोड़ने वाली शहर के अंदर की रिंग रोड के काम ने भी गति पकड़ ली है।
राज्य की अखिलेश सरकार की कोशिश है कि आगरा में मेट्रो का काम भी इस साल के अंत तक शुरू हो जाए।
ताज के लिए भी काफी कुछ हो रहा है। घूमने वाला गेट, ई-टिकट, एक नया सुविधा केंद्र, मोहब्बत के शाहकार के आसपास सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 160 करोड़ की योजना-ताज के लिए भी काफी कुछ हो रहा है।
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य रोली तिवारी मिश्रा ने आईएएनएस से कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कोशिश है कि ताज नगरी वास्तव में ताज के अनुरूप बन सके। उनकी कोशिश है कि सभी प्रोजेक्ट 2017 से पहले पूरे हो जाएं।
शहर में अवैध निर्माणों को ढहाया जा रहा है। होटल व्यवसाय से जुड़े सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि इस तोड़फोड़ ने आपातकाल के काले दिनों की याद ताजा कर दी है। उस दौरान भी महात्मा गांधी सड़क को बनाने के लिए ऐसी ही तोडफोड़ हुई थी।
आगरा के प्रशासनिक अधिकारियों का अमला किसी भी अतिक्रमण को गिराने में परहेज नहीं कर रहा है। इस मामले में रसूख रखने वालों की भी नहीं चल रही है। शहर के आम नागरिकों को उम्मीद है कि अब ताजनगरी एक बार फिर सांस ले सकने की हालत में होगी।