अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, दोनों देशों का कहना है कि संघर्षविराम समझौता इस्लामिक स्टेट (आईएस), जबात अल-नुसरा और अन्य आतंकवादी संगठनों पर लागू नहीं होगा।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, सीरिया में संघर्ष में शामिल कोई भी पक्ष 27 फरवरी को सीरिया के समयानुसार 12 बजे तक संघर्षविराम के नियमों को स्वीकार करने पर रूस और अमेरिका के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करें।
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा, “मैं आज सीरिया में युद्ध समाप्ति के लिए अंतिम प्रबंधनों को लेकर आश्वस्त हूंइंतजामों के प्रति कृतज्ञ हूं और सभी पक्षों से इस समझौते के नियमों को स्वीकार करने और इसका पूरी तरह से पालन करने का आह्वान करता हूं।”
केरी ने कहा कि संघर्षविराम के प्रभावी होने पर इससे न सिर्फ हिंसा में गिरावट आएगी बल्कि जरूरतमंद क्षेत्रों में मानवीय जरूरतों की तत्काल आपूर्ति भी बढ़ेगी।
संयुक्त बयान के मुताबिक, रूस और अमेरिका एक साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।
रूस और अमेरिका की सेनाएं आईएस, नबात अल-नुसरा और अन्य आतंकवादी संगठनों पर हवाई हमले जारी रखेंगी।