नई दिल्ली/भोपाल, 9 मार्च -मध्य प्रदेश में जारी सियासी हलचल के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है। इतना ही नहीं अधिकांश सिंधिया समर्थकों के फोन भी बंद हैं। राज्य में बीते एक सप्ताह से कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने की कोशिशों का शोर है। सरकार को समर्थन देने वाले 10 विधायक भी लापता हुए थे, जिनमें से आठ लौट आए हैं। इस बीच सिंधिया समर्थक एक दर्जन से ज्यादा विधायकों के दिल्ली पहुंचने की खबर आई है।
सिंधिया के करीबी एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि एक दर्जन से अधिक विधायक दिल्ली में हैं और सभी विधायकों के फोन भी बंद आ रहे हैं। आशंका इस बात की भी जताई जा रही है कि सिंधिया समर्थक कुछ विधायक भाजपा के संपर्क में भी हो सकते हैं।
सूत्र का कहना है कि सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायक चाहते हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने के साथ ही प्रदेशाध्यक्ष की भी कमान सौंपी जाए। इसी के मद्देनजर दबाव बनाने की रणनीति के तहत मंत्रियों और विधायकों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। सूत्र के अनुसार, ये विधायक सोमवार सुबह ही दिल्ली पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार से ही दिल्ली में हैं। उनकी सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई और दोनों के बीच राज्य के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा हुई है।
राज्य की रिक्त हो रही तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है और नामांकन भरे जाने की अंतिम तारीख 13 मार्च है। कांग्रेस के खाते में तीन में से दो सीटों के आने की संभावना है। इसी के चलते कांग्रेस में उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन चल रहा है। राज्य से कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह को बड़ा दावेदार माना जा रहा है।