सिंगापुर, 10 फरवरी (आईएएनएस)। सिंगापुर में दो और भारतीय नागरिकों को मंगलवार को दंगे के आरोप में जेल भेज दिया गया। यह दंगा दिसंबर 2013 में लिटल इंडिया इलाके में हुआ था।
सिंगापुर, 10 फरवरी (आईएएनएस)। सिंगापुर में दो और भारतीय नागरिकों को मंगलवार को दंगे के आरोप में जेल भेज दिया गया। यह दंगा दिसंबर 2013 में लिटल इंडिया इलाके में हुआ था।
टुडे ऑनलाइन की रपट के अनुसार, राजेंद्रन मोहन (26) और सत्यमूर्ति शिवरमन (27) को दंगे में संलिप्तता के लिए क्रमश: 27 माह और 25 माह कारावास की सजा सुनाई गई।
मोहन ने एक मोटरबस को क्षति पहुंचाने का काम किया था।
राजेंद्रन सड़क पर मोटरबस को क्षति पहुंचाने वाले कम से कम पांच अन्य लोगों के समूह में शामिल था। इस समूह ने बस पर प्लास्टिक का एक टोकरा फेंका और बस के ईंधन द्वार में जलती हुई वस्तु डाल दी।
एक जिला अदालत में हुई सुनवाई के दौरान कहा गया कि उसने बस को लात मारकर और धक्के देकर गिराने की भी नाकाम कोशिश की।
राजेंद्रन को घटनास्थल पर ही गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि बस के बगल में लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी हरकत रिकार्ड हो गई थी।
उप सार्वजनिक अभियोजक सांथ्रा अय्यास्वामी ने कहा कि राजेंद्रन बस को आग के हवाले करना चाहता था और प्रशासन के प्रति उसके भीतर जरा भी सम्मान नहीं था।
दंगे के लिए अधिकतम सजा सात वर्ष कारावास और बेत की सजा है।
यह दंगा तब भड़का था, जब शक्तिवल कुमारवल नामक एक भारतीय को लिटल इंडिया में एक बस ने रौंद दिया था। चार दशक के दौरान देश में यह सबसे भयानक हिंसा थी।
दंगे में कुल 23 आपात वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे, 50 से अधिक अधिकारी घायल हुए थे और 25 व्यक्तियों को दंगे के लिए आरोपित किया गया था।