गुड़गांव, 7 फरवरी (आईएएनएस)। फिल्मकार इम्तियाज अली का मानते हैं कि सिनेमा को चमक दमक और चकाचौंध से परे भी समाज की बेहतरी की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह ऐसी फिल्में बनाना चाहते हैं, जो समाज को संदेश देती हों।
इम्तियाज ने यहां शुक्रवार को गीतकार इरशाद कामिल के कविता संग्रह के लांच कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “मुझे पता है उस माध्यम की ताकत क्या है, जिसमें हम काम करते हैं और अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मैं फिल्में बनाता हूं, ताकि किसी पर बुरा प्रभाव न पड़े।”
‘जब वी मेट’, ‘लव आज कल’ और ‘हाइवे’ जैसी फिल्में बना चुके इम्तियाज अपनी फिल्मों के माध्यम से सामजिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारतीय सिनेमा समाज की नैतिकता के लिए जिम्मेदार है। मैं देखता हूं कि मेरी फिल्में सामाजिक मूल्यों को मजबूती देती हैं या नहीं।”
इम्तियाज जल्द ही दर्शकों के सामने अपनी नई फिल्म ‘तमाशा’ लेकर आने वाले हैं, जिसमें रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।