नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। ऐसे में जबकि बीसीसीआई और सीओए ने दस्ताने पर सेना का बलिदान चिन्ह पहनने को लेकर महेंद्र सिंह धोनी का साथ नहीं दिया, उनकी टीम के साथियों ने उनसे आस्ट्रेलिया के साथ होने वाले मुकाबले के दौरान यह चिन्ह धारण करने की अपील की है।
नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। ऐसे में जबकि बीसीसीआई और सीओए ने दस्ताने पर सेना का बलिदान चिन्ह पहनने को लेकर महेंद्र सिंह धोनी का साथ नहीं दिया, उनकी टीम के साथियों ने उनसे आस्ट्रेलिया के साथ होने वाले मुकाबले के दौरान यह चिन्ह धारण करने की अपील की है।
भारतीय टीम कैम्प की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि ऐसे में जबकि सेना का चिन्ह पहनने या नहीं पहनने का फैसला अब पूरी तरह धोनी पर आ गया है, साथियों ने कहा है कि अगर वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह चिन्ह पहनकर मैदान में उतरेंगे तो वे उनका साथ देंगे।
सूत्र ने कहा, “पूर्व कप्तान के सम्मान में यह एकता जाहिर है। खिलाड़ियों के मन में धोनी के प्रति काफी सम्मान है और यही कारण है कि खिलाड़ियों ने साफ कर दिया है कि अगर धोनी आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह चिन्ह धारण करते हैं तो इसे लेकर वे उनका साथ देंगे। खिलाड़ियों ने तो धोनी से वही दस्ताने उपयोग में लाने की अपील की है, जो वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप मैच में पहनकर खेले थे।”
सूत्र ने यह भी कहा कि ऐसे में जबकि आईसीसी ने साफ कर दिया है कि कोई भी व्यक्तिग संदेश या फिर व्यक्तिगत लोगो मैदान ले जाने की अनुमति नहीं होगी, धोनी के मामले में यह दो कारणों से पूरी तरह लागू नहीं होता।
सूत्र ने कहा, “फील्डिंग के दौरान कोई और सदस्य दस्ताने नहीं पहनता। ऐसे में टीम का हर सदस्य ऐसा नहीं कर रहा है। दूसरा, टीम का कोई और सदस्य सेना में मानद पद धारण नहीं करता और इसी कारण कोई और इस तरह का चिन्ह उपयोग में नहीं लाता। आईसीसी को अभी इन बातों का जवाब देना है। भारतीय टीम उसकी सभी दलीलों से संतुष्ट नहीं है।”
मैच से एक दिन पहले टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि इस मामले में आईसीसी और बीसीसीआई का फाइनल रुख देखने के लिए अभी एक और दिन इंतजार करना होगा। रोहित के मुताबिक धोनी दस्तानों पर सेना का चिन्ह पहनेंगे या नहीं, इसे लेकर उन्होंने अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं किया है। ऐसे में यह देखना काफी रोचक होगा कि धोनी का व्यक्तिगत फैसला क्या होता है।