नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा सदस्य भगवंत मान द्वारा सदन में बनाए गए वीडियो और उसे सोशल मीडिया पर डालने के मुद्दे की राज्यसभा में शुक्रवार को व्यापक निंदा हुई और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिस कारण सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य सभापति की आसंदी के निकट इकट्ठा हो गए और नारे लगाते हुए सदन से मान की बर्खास्तगी की मांग की।
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मान ने गुरुवार को अपने घर से लेकर संसद भवन में प्रवेश तक का लाइव वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर साझा किया। इसके बाद विभिन्न हलकों द्वारा उनकी यह कहकर आलोचना की गई कि उनका यह काम संसद की सुरक्षा को संकट में डाल सकता है।
विवादित वीडियो मान के फेसबुक पेज पर शुक्रवार सुबह तक था, जिसे दिन में बाद में हटा दिया गया।
शिरोमणि अकाली दल के सदस्य नरेश गुजराल ने कहा, “वह किस तरह सुरक्षा जांच से गुजरे और संसद में अपनी तमाम गतिविधियों को सोशल मीडिया पर साझा किया।”
सदन के उप सभापति पी.जे.कुरियन ने कहा कि भगवंत मान लोकसभा के सदस्य हैं, इसलिए यह मुद्दा निचले सदन में ही उठाया जाना चाहिए।
संसदीय मामलों के राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मान के इस कृत्य से संसद की सुरक्षा से जुड़ा तमाम विवरण आतंकवादियों को मिल सकता है।
उन्होंने कहा, “आप तमाम जानकारियां आतंकवादियों को दे रहे हैं..और उन्होंने (मान ने) कहा है कि वे और वीडियो पोस्ट करेंगे।”
उन्होंने कहा, “यह तकनीकी मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। जिस व्यक्ति ने ऐसा किया, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि यह एक गंभीर खतरे का मामला है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि साल 2001 में संसद हमले के दौरान आतंकवादी रास्ता भटक गए थे।
उन्होंने कहा, “हमारी संसद एक बार भीषण हमला देख चुकी है। वे गेट नंबर 12 से आए थे, लेकिन रास्ता भूल गए। हमारे सुरक्षाकर्मी सतर्क थे और उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया। सदन में जब प्रधानमंत्री व पूरी कैबिनेट मौजूद थी, तब बाहर गोलीबारी हो रही थी।”
उन्होंने कहा, “सुरक्षा प्रक्रिया गुप्त होनी चाहिए। लोकसभा को संबंधित सांसद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि यह मामला विशेषाधिकार हनन का भी है।
इस मुद्दे पर सदन में हंगामा भी हुआ। भाजपा के सदस्य सभापति के आसंदी के निकट इकट्ठा हो गए, जिसके बाद कुरियन को सदन दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
जब कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई, तब माहौल में कोई बदलाव नहीं आया, जिसके बाद अंसारी ने सदन की कार्यवाही अपराह्न 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद उप सभापति ने निजी विधेयकों को उठाने का प्रयास किया, जिसके बाद भाजपा सदस्य एक बार फिर अध्यक्ष की आसंदी के निकट इकट्ठा हो गए।
आनंद शर्मा ने सदन की कार्यवाही में बाधा को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर बरसते हुए कहा, “सदन के नेता को सूचिन करना चाहिए कि क्या कार्रवाई की जा रही है। यदि उन्हें (दोषी सदस्य) गिरफ्तार करना है, तो इसे सरकार द्वारा अंजाम दिया जाना चाहिए।”
कुरियन ने भी सवाल किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य कार्यवाही को क्यों बाधित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “सत्तापक्ष कार्यवाही बाधित कर रहा है.. प्राय: यह विपक्ष द्वारा किया जाता है। आज आप कर रहे हैं..।”
शोर-शराबा जारी रहने के बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
मान द्वारा गुरुवार सुबह पोस्ट किए गए वीडियो में वह संसद में घुसते दिखाई दे रहे हैं और वह इसमें बताते हैं कि किस प्रकार उनकी पंजीकृत कार को रेडियो टैग ने परिसर में जाने की अनुमति दी। इसके बाद वह संसद परिसर के भूतल पर मौजूद लोकसभा के नोटिस ऑफिस और सवालों को सौंपने व चयन करने की प्रक्रिया से रूबरू कराते हैं।