नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। सरकार ने शनिवार को कहा कि वह स्टार्ट-अप्स के लिए महज मददगार की भूमिका में ही रहेगी, ताकि उन्हें दोस्ताना नियामक व्यवस्था, आसान पूंजी उपलब्धता और व्यापार बंद करने में एक दीवालिया संहिता के माध्यम से आसानी हो।
नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। सरकार ने शनिवार को कहा कि वह स्टार्ट-अप्स के लिए महज मददगार की भूमिका में ही रहेगी, ताकि उन्हें दोस्ताना नियामक व्यवस्था, आसान पूंजी उपलब्धता और व्यापार बंद करने में एक दीवालिया संहिता के माध्यम से आसानी हो।
सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि हमारा इरादा बिल्कुल साफ है। स्टार्ट-अप्स के लिए हम सरकार और प्रशासक की नहीं, बल्कि एक मददगार की भूमिका में रहेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य स्टार्ट-अप्स के रास्तों की अड़चनें दूर कर उन्हें व्यापार के लिए आसान माहौल देना है।
सीतारामण ने भारतीय उद्योपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह कोई जुगाड़ नहीं है, बल्कि स्टार्ट-अप्स के लिए सभी अड़ंगा डालनेवाले नियामकों को सरकार खत्म कर रही है।
उन्होंने कहा सरकारी नौकरियां धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं। इसलिए अब भारतीय उद्यमियों की जिम्मेदारी है कि वे रोजगार पैदा करें।
उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्ट-अप्स की सुविधा के लिए सरकार दीवालिया कानून में बदलाव कर रही है, ताकि उन्हें अपने घाटे में चलनेवाले व्यापार को बंद करने में अड़चन न हो।