नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)। यहां की एक अदालत ने गुरुवार को आईएनएक्स मीडिया की पूर्व निदेशक इंद्राणी मुखर्जी की आईएनएक्स मीडिया मामले में सरकारी गवाह (अप्रवूर) बनने की मांग वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया।
अदालत मामले में 29 मई को फैसला सुनाएगी।
अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में मुंबई की भायखाला जेल में बंद इंद्राणी को विशेष न्यायाधीश अनुराग एस के समक्ष पेश किया गया।
सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस बात की जांच कर रहे हैं कि कार्ति चिदंबरम को 2007 में कैसे विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से आईएनएक्स मीडिया के लिए मंजूरी मिली, जब उनके पिता पी. चिदंबरम केंद्रीय वित्तमंत्री थे।
अबतक की जांच से पता चला है कि एफआईपीबी की स्वीकृति के लिए, आईएनएक्स मीडिया के निदेशकों पीटर और इंद्राणी मुखर्जी ने पी. चिदंबरम से मुलाकात की थी ताकि उनके आवदेश में कोई देरी नहीं हो।
एजेंसी ने मुखर्जी की याचिका का समर्थन किया है।