नई दिल्ली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि सम-विषम योजना का दूसरा चरण सफल रहा और एक विशेषज्ञ समिति द्वारा दोनों चरणों के अध्ययन के बाद तीसरे चरण पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
दिल्ली सरकार के सम-विषम योजना के दूसरे चरण का सफल होने का दावा करते हुए राय ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अब हमारे पास ग्रीष्म और शरद ऋतु के दौरान सम-विषम योजना लागू करने का अनुभव है। इस दौरान विद्यालय और कॉलेज भी खुले हुए थे। सरकार दोनों चरणों का अध्ययन करेगी, जिसके बाद तीसरा चरण लागू करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।”
गोपाल ने आगे कहा, “दोनों चरणों की रपट के अध्ययन के लिए सरकार द्वारा छह सदस्यों की एक समिति गठित की गई है। इस समिति की अध्यक्षता परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त के. के. दहिया करेंगे और वह अपनी रपट नौ मई तक प्रस्तुत करेंगे।”
परिवहन मंत्री ने यह भी कहा कि नौ मई को उनकी सरकार एक बार फिर सम-विषम योजना के तीसरे चरण को लागू करने हेतु जनता की राय लेगी।
दिल्ली सरकार की इस योजना के समर्थन के लिए गोपाल ने संसद के सभी सदस्यों का शुक्रिया अदा किया है।
सम-विषम योजना के दूसरे चरण को 15 से 30 अप्रैल तक के लिए लागू किया गया था, जबकि पहले चरण को एक से 15 जनवरी तक के लिए लागू किया गया था।
इससे पहले गोपाल ने यहां एक समारोह के दौरान लोगों द्वारा सार्वजनिक बस परिवहन का इस्तेमाल न करने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, “हालांकि, सम-विषम योजना के दूसरे चरण के दौरान मेट्रो का इस्तेमाल काफी हुआ, लेकिन अब भी पर्याप्त रूप से सार्वजनिक बसों का इस्तेमाल नहीं हुआ है।”
गोपाल ने यह भी कहा कि दिल्ली में 25 लाख कारों में से केवल 8,000 कारों पर ही जुर्माना लगा, क्योंकि 99.9 प्रतिशत जनता ने इस योजना का पालन किया था।
योजना की सफलता के पीछे के कारण पर प्रकाश डालते हुए गोपाल ने कहा, “जनता की ओर से किया गया प्रयास और सरकार की साझेदारी से कोई भी योजना सफल हो सकती है।”
गोपाल ने दिल्ली की युवा पीढ़ी की प्रशंसा करते हुए कहा कि युवाओं की कारों और बाइकों के प्रति प्रेम में बदलाव आया है और वे इस योजना के प्रति अधिक जागरूक रहे।
एप आधारित टैक्सी सेवा प्रदाताओं पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए गोपाल ने कहा, “हमारी सरकार टैक्सी सेवा प्रदाताओं के लिए एक नीति तैयार करने पर काम कर रही है, जिसकी घोषणा जल्द ही होगी।”
बस सेवा की जरूरत पर जोर देते हुए गोपाल ने कहा, “सम-विषम योजना के दूसरे चरण के दौरान हमने देखा कि कार का इस्तेमाल करने वाले अधिकांश लोगों ने बस का इस्तेमाल नहीं किया। लिहाजा ऐसे लोगों के लिए एक जून से ‘पायलट’ परियोजना के रूप में एक प्रीमियम बस सेवा शुरू की जाएगी।”
गोपाल ने विनिर्माताओं और कारोबारियों से अनुरोध किया है कि वे इस परियोजना को लागू करने में सरकार की पहल में शामिल हों।