भोपाल, 17 अगस्त (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के सतना जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं।
आलम यह है कि गांव और बस्तियां जलमग्न है। घरों में फंसे लोगों को निकालने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं जगह-जगह राहत शिविर बना दिए गए हैं जहां खाने से लेकर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
सतना में बीते तीन दिनों से बारिश का दौर जारी रहने से मंदाकिनी, सिहावल और टमस नदियां खतरे के निशान को पार कर गई है जिससे आवागमन बाधित हो गया है।
पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि मैहर, चित्रकूट, माधौगढ़ और लगभग पूरे जिला ही बाढ़ की चपेट में है।
गांव व बस्तियों में पानी भरा गया है। इन बस्तियों में फंसे परिवारों को निकालने के लिए राहत व बचाव कार्य जारी है। पानी ज्यादा होने के कारण नाव के सहारे लोगों को निकाला जा रहा है।
शुक्ला के मुताबिक, बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाए गए है जहां खाने से लेकर स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध है। फिलहाल सेना की मदद नहीं ली गई है।