सऊदी अरब के एक प्रसिद्ध इतिहासकार ने, इस देश में महिलाओं के कार चलाने पर लगे प्रतिबंध का औचित्य दर्शाते हुए कहा है कि अन्य देशों में यदि कार चलाने वालों महिलाओं का बलात्कार होता है तो उन्हें कोई विशेष समस्या नहीं होती।
सऊदी अरब के इतिहासकार सालेह अस्सअदून ने टीवी पर अपने एक साक्षात्कार में कहा कि कार चलाने वाली महिलाओं की यदि कार खराब हो जाती है तो उनका बलात्कार हो जाता है और इसी लिए अन्य देशों के विपरीत सऊदी अरब ने महिलाओं के कार चलाने पर प्रतिबंध लगा कर उन्हें इस भयानक खतरे से बचा लिया!
उन्होंने कहा कि अन्य देशों की महिलाओं की कार जब खराब हो जाती है तो हाइवे पर ही उनका बलात्कार कर लिया जाता है किंतु उन्हें इससे कोई विशेष समस्या नहीं होती!
सऊदी इतिहासकार के यह कहने पर उनका इन्टरव्यू लेने वाले ने उनसे पूछा कि यह आप कैसे कह सकते हैं कि अन्य देशों में कार चलाने वाली महिलाओं को संभावित बलात्कार से कोई समस्या नहीं है? तो इस सऊदी इतिहासकार ने कहा कि यह सऊदी अरब के अलावा अन्य देशों की महिलाओं के लिए कोई महत्वपूर्ण बात नहीं है क्योंकि बलात्कार से केवल उन्हें मानसिक पीड़ा पहुंचती है जबकि सऊदी अरब में इससे महिला के लिए सामाजिक व धार्मिक समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
उन्होंने महिलाओं पर कार चलाने पर लगे प्रतिबंध का बचाव करते हुए कहा कि सऊदी अरब की महिलाएं, महारानियों की भांति हैं जिनकी उंगली के इशारे पर उनके पति, भाई, पिता या बेटे, उनके ड्राइवर बन जाते हैं!
याद रहे सऊदी अरब में महिलाओं की ड्राइविंग पर प्रतिबंध है और कार चलाने पर महिलाओं के लिए कोड़े या जेल की सज़ा का प्रावधान है।
ईरान रेडियो से