नई दिल्ली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी ने संसद के मानसून सत्र में बाधा डालने के लिए कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है। पार्टी ने कहा कि सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार होने के बावजूद मुख्य विपक्षी दल संसद की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है।
भाजपा नेता निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस अपना रुख लगातार बदल रही है। कांग्रेस भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है और देश के लोगों को एक अच्छे संसदीय सत्र से वंचित कर रही है। जब हम उनके सामने चर्चा का प्रस्ताव रखते हैं तो वो भाग खड़े होते हैं और नई मांगों के साथ सामने आ जाते हैं।
भाजपा का यह बयान इस मामले में महत्वपूर्ण है कि सोमवार को सर्वदलीय बैठक होने वाली है।
सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस पिछले बजट सत्र की उपलब्धियों से घबराई हुई है जिसमें दोनों सदनों में कामकाज का रिकार्ड सौ फीसदी से अधिक रहा था। लोकसभा में 123 फीसदी और राज्यसभा में भी 100 फीसदी से ज्यादा काम हुआ था। कांग्रेस इसी से डर गई है। वह संसद में सरकार की कामयाबी नहीं देखना चाहती। अगर विपक्ष चाहता है कि प्रधानमंत्री मुद्दों पर अपनी राय दें तो इसके लिए चर्चा जरूरी है। तभी प्रधानमंत्री चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।
संसद का मनसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा हंगामे की भेंट चढ़ गया। संसद का मौजूदा सत्र 13 अगस्त तक चलना है।
कांग्रेस और कुछ अन्य पार्टियां पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की मदद करने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का इस्तीफा मांग रही हैं। व्यापम घोटाले के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की भी मांग उठाई गई है।