संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में एक पुष्पांजलि समारोह का संचालन किया, जिसमें उन महिलाओं व पुरुषों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने दुनियाभर में शांति अभियानों के दौरान अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
संयुक्त राष्ट्र के आकड़ों के अनुसार, पिछले साल हिंसक गतिविधियों, दुर्घटनाओं व बीमारियों के चलते 50 देशों के 129 शांतिदूतों की मौत हो गई। 1948 से अब तक यह आकड़ा करीब 3,500 पहुंच गया है।
बान की-मून ने उद्घाटन समारोह में सेनेगल के दिवंगत सैन्य अधिकारी कैप्टन डिआग्ने के परिवार को पहला ‘कैप्टन मबाये डिआग्ने मेडल फॉर इक्सेप्शनल करेज’ पदक सौंपा। कैप्टन डिआग्ने ने 1994 में रवांडा जनसंहार के दौरान शांतिदूत के रूप में सैंकड़ों लोगों की जान बचाई थी।