भोपाल, 2 मार्च (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नेता डॉ. कुंदन चंद्रावत द्वारा केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये देने के ऐलान की विपक्ष ने तीखी निंदा की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस ने संघ नेता के बयान को ‘तालिबानी मानसिकता’ का प्रतीक बताया है।
केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हो रहे हिंसक हमले के विरोध में संघ द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को उज्जैन में जनाधिकार समिति द्वारा आयोजित धरने में डॉ. कुदन चंद्रावत ने केरल के मुख्यमंत्री का सिर काटकर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था।
माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, “संघ के पदाधिकारी का बयान अत्यंत आपत्तिजनक, आपराधिक धमकी देने वाला है, उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की पुलिस इस मामले में समुचित कार्रवाई करेगी।”
उन्होंने कहा कि आरएसएस से जुड़े भारतीय जता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद के 13 गुर्गे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में हाल ही में मध्यप्रदेश में पकड़े गए हैं, वहीं इसी राज्य के नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम पश्चिम बंगाल में मासूम बच्चों की तस्करी के मामले में भी सामने आया है। देश के साथ गद्दारी और मनुष्यता विरोधी अपराधों में सिद्धहस्त संगठन (आरएसएस) से इतने ही घिनौने आचरण की उम्मीद की जा सकती है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संघ पदाधिकारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह बयान उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के अंतिम चरणों के मतदान में वोटों के ध्रुवीकरण को लेकर दिया गया है।
वहीं, कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने इस बयान को तालिबानी मानसिकता का प्रतीक बताया।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने एक बयान जारी कर चंद्रावत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की है।