नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। लोकतंत्र में सक्रिय विपक्ष की महत्ता पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 17वीं लोकसभा के पहले दिन विपक्ष से लोकसभा में अपनी संख्या के बारे में चिंता ना कर सदन की कार्यवाही में सक्रियता से भाग लेने का आग्रह किया है।
17वीं लोकसभा के पहले दिन सदन के सदस्य के तौर पर शपथ लेने से पहले मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में विपक्ष और सक्रिय विपक्ष की भूमिका बहुत जरूरी है।
मोदी ने संवाददाताओं से कहा, “विपक्ष को अपनी संख्या के संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वे सदन की कार्यवाही में सक्रियता से भाग लेंगे।”
लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने लोकसभा की कुल 542 सीटों में 353 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा के बाद लोकसभा की दूसरी बड़ी पार्टी कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं कई अन्य विपक्षी दलों ने भी खराब प्रदर्शन किया है।
मोदी ने सांसदों से देश के हित में निष्पक्ष तरीके से काम करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “जब हम संसद में आते हैं, तो हमें पक्ष (सहयोगियों) और विपक्ष को भूल जाना चाहिए। हमें निष्पक्ष भावना से मुद्दों के बारे में सोचना चाहिए और देश की व्यापक भलाई के लिए काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि निष्पक्षता की भावना महत्वपूर्ण है और उनकी सरकार अगले पांच साल संसद की गरिमा को संरक्षित रखने का प्रयास करेगी।
प्रधानमंत्री ने एक दिन पूर्व (रविवार) की अपनी अपील को दोहराते हुए सदस्यों को संसदीय कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया जिससे लोगों की आकांक्षाएं पूरी की जा सकें।
प्रधानमंत्री ने सभी नए सांसदों का स्वागत करते हुए कहा, “उनके साथ नई आशाएं, नई आकांक्षाएं और सेवा करने का नया संकल्प आया है।”
सभी दलों से जनादेश का सम्मान करने का आग्रह करते हुए मोदी ने कहा, “दशकों बाद किसी सरकार को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए स्पष्ट बहुमत मिला है। जनता ने हमें एक बार फिर देश की सेवा करने का अवसर दिया है। मैं सभी दलों से जनता की भलाई के सभी निर्णयों का समर्थन करने का आग्रह करता हूं।”
मोदी ने इस पर संतुष्टि जताई कि इस लोकसभा में बड़ी संख्या में महिला सांसद हैं।
सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ-साथ 17वीं के लोकसभा के अन्य सदस्यों ने शपथ ली। इस लोकसभा सत्र में केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा और तीन तलाक समेत कुछ मुख्य विधेयक सरकार के प्रमुख एजेंडे में रहेंगे।
लोकसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने मोदी और अन्य सांसदों को पद की शपथ दिलाई।
बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके अगले दिन गुरुवार को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करेंगे।