श्रीनगर, 19 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को कहा कि श्रीनगर में जिस युवक की मौत पुलिस हिरासत में हुई है, उसे न तो उसने गिरफ्तार किया और न कभी पूछताछ के लिए ही बुलाया था।
एनआईए की तरफ से जारी बयान के अनुसार, “एनआईए पूरी तरह से अवंतिपोरा निवासी रिजवान असद के साथ संबंध जोड़ने की रपटों से इनकार करता है। उसे एनआईए से जुड़े मामले के संबंध में एजेंसी ने न ही कभी पूछताछ के लिए बुलाया और न ही किसी अन्य स्थानों पर उसकी जांच की।”
कुछ मीडिया रपटों में बताया गया है कि 28 वर्षीय रिजवान असद पंडित को एनआईए ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
पुलिस ने कहा कि उसे आतंकवाद संबंधी मामलों के लिए हिरासत में लिया गया था। वह एक निजी स्कूल में शिक्षक था।
हिरासत में युवक की मौत को लेकर अपराध दंड संहिता की धारा 176 के अंतर्गत मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
पुलिस ने इसके अलावा मामले में विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
इसबीच, नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी समेत राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों ने मामले में दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
वहीं सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक के नेतृत्व वाले अलगाववादी संगठन संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने बुधवार को मामले के विरोध में पूरी घाटी में बंद का आह्वान किया है।
हिरासत में युवक की मौत की खबर फैलते ही अवंतिपोरा में सुरक्षाबलों और पथराव करने वाले युवकों के बीच झड़प शुरू हो गई। लोगों ने अपनी दुकानों को बंद कर दिया।