मुंबई, 11 फरवरी (आईएएनएस)। वैश्विक संकेतों पर और कमनियों के कमजोर प्रदर्शन के कारण देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 807.07 अंकों की गिरावट के साथ 22,951.83 पर और निफ्टी 239.35 अंकों की गिरावट के साथ 6,976.35 पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 0.44 अंक की गिरावट के साथ 23,758.46 पर खुला और 807.07 अंकों या 3.40 फीसदी गिरावट के साथ 22,951.83 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 23,758.46 के ऊपरी और 22,909.12 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से दो शेयरों सिप्ला (0.40 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (0.01 फीसदी) में तेजी रही।
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे अडाणी पोर्ट्स (6.94 फीसदी), भेल (6.01 फीसदी), टाटा मोटर्स (5.55 फीसदी), ओएनजीसी (5.23 फीसदी) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (4.93 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 12.10 अंकों की गिरावट के साथ 7,203.60 पर खुला और 239.35 अंकों या 3.32 फीसदी गिरावट के साथ 6,976.35 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 7,208.65 के ऊपरी और 6,959.95 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स न सिर्फ सालभर के निचले स्तर पर बंद हुआ, बल्कि इसने 23,000 की मनोवैज्ञानिक सीमा के भी नीचे बंद हुआ। यह आठ मई 2014 के बाद यानी, पिछले 21 महीने का निचला स्तर है।
पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स ने 6.76 फीसदी या 1,665.14 अंक गंवा दिए हैं।
इन चार सत्रों में बीएसई का बाजार मूल्य भी 7.23 फीसदी या 6,73,192 करोड़ रुपये घटकर 86,30,930 करोड़ रुपये हो गया, जो चार दिन पहले 93,04,122 करोड़ रुपये था।
कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन और किसी सकारात्मक संकेत के अभाव में बाजार में बिकवाली को और तेजी मिली।
वैश्विक कच्चे तेल की कीमत 30 डॉलर प्रति बैरल से नीचे होने के कारण बाजार में कहीं भी जोश-खरोश नहीं है।
गुरुवार को रुपये में भी गिरावट दर्ज की गई। डॉलर के मुकाबले यह 46 पैसे कमजोर होकर 68.30 रुपये पर बंद हुआ।
कोटक सिक्योरिटीज में करेंसी डेरिवेटिव्स के सहायक उपाध्यक्ष आनिंद्य बनर्जी ने आईएएनएस से कहा, “अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन द्वारा ब्याज दर में की गई वृद्धि को वापस लेने से इनकार करने और इसे आगे भी बढ़ाते रहने का पहले से ही गिरावट झेल रहे बाजार पर और नकारात्मक असर पड़ा।”
शेयर बाजारों के आंकड़े के मुताबिक, गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 1,112.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस बीच घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,222.12 करोड़ रुपये की लिवाली की।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी भारी गिरावट रही। मिडकैप 327.22 अंकों की गिरावट के साथ 9,690.90 पर और स्मॉलकैप 476.45 अंकों की गिरावट के साथ 9,801.26 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में गिरावट रही। रियल्टी (5.94 फीसदी), उपभोक्ता सेवा (4.89 फीसदी), बिजली (4.81 फीसदी), औद्योगिक (4.53 फीसदी) और वित्त (3.97 फीसदी) सेक्टरों में सर्वाधिक गिरावट रही।
बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। कुल 288 शेयरों में तेजी और 2,403 में गिरावट रही, जबकि 88 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ।