मुम्बई -महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद भी ‘खींचतान’ जारी है. सुप्रीम कोर्ट में 11 जुलाई को होने वाली सुनवाई से पहले शिवसेना ने लोकसभा में अपने मुख्य सचेतक (Lok Sabha Chief Whip) सांसद भावना गवली (Bhavana Gawali) को पद हटा दिया. पार्टी सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी. गवली (यवतमाल-वाशिम निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार के सांसद) की जगह ठाणे से दो बार के सांसद राजन विचारे को लोकसभा चीफ व्हीप बनाया गया है. पिछले कुछ महीनों से संकट में घिरी गवली प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर हैं और हाल ही में वह कथित तौर पर शिवसेना के विद्रोहियों के समूह के साथ मिलनसार थी. शिवसेना के राज्यसभा संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को लिखे पत्र में बदलावों से अवगत कराया.
उन्होंने कहा, ‘आपको सूचित किया जाता है कि शिवसेना संसदीय दल (SSPP) ने सांसद (एलएस) के सांसद भावना गवली के स्थान पर सांसद (एलएस) राजन विचारे को तत्काल प्रभाव से लोकसभा में मुख्य सचेतक के रूप में नामित किया है.’ 20 जून को बगावत शुरू होने के बाद, गवली उन नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने मांग की थी कि शिवसेना को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ महा विकास अघाड़ी गठबंधन को छोड़ देना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करना चाहिए.पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में उलझी हुई शिवसेना (जिन्होंने 29 जून को पद छोड़ दिया) वर्तमान में विभिन्न स्तरों पर घमासान को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और 11 जुलाई को होने वाली सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी उम्मीदें टिका रखी है. ठाकरे-शिंदे पक्ष के दावों और प्रति-दावों के साथ, 56 वर्षीय शिवसेना और उसकी विभिन्न चुनावी और भौतिक संपत्तियों के नियंत्रण के लिए एक भयंकर कानूनी लड़ाई होने की संभावना है.