शिमला, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। स्थानीय माउंटेन बाइकिंग क्लब (एमटीबी) ने राजधानी में 14 अप्रैल से शुरू होने वाली तीन दिवसीय हीरो एमटीबी शिमला बाइक रैली में हिस्सा लेने के लिए अपने पांच चालकों को तैयार किया है।
रैली के आयोजकों ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
एमटीबी के पांच युवा चालकों में हीरो एमटीबी शिमला रैली के दो बार के विजेता देवेंद्र ठाकुर (22), गौरीश श्याम (15), अक्षित गौर (16), रोहन कुकरेजा (16) और अधिराज सिंह (15) शामिल हैं।
गौरीश बीते साल इस प्रतियोगिता में स्टुटेंड वर्ग में दूसरे और ओवरऑल पांचवें स्थान पर रहे थे। इस लिहाज से इस साल भी गौरीश पर सबकी नजर रहेगी।
रैली के पांचवें संस्करण में 70 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चालक शामिल होंगे, जो 120 किलोमीटर का रास्ता तय करेंगे।
रैली के आयोजक-हिमालयन एडवेंचर स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन (एचएएसटीपीए) के सदस्य आशीष सूद ने आईएएनएस को बताया, “हम हमेशा साइक्लिंग की दुनिया के नक्शे पर भारत और शिमला को देखने की कल्पना करते हैं। मुझे लगता है कि उन रैलियों से हमें वैश्विक रूप में पहचान बनाने में मदद मिलेगी। हीरो एक्शन टीम हमें दिखा रही है कि प्रतिभा को निखारने के तर्ज पर क्या संभव हो सकता है?”
एमटीबी के चालक देवेंद्र ने कहा कि वह खेल के शीर्ष पर पहुंचने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं एक दिन ओलम्पिक में भाग लेना चाहता हूं।”
कक्षा 10वीं के छात्र अधिराज के लिए यह पहली रेस है और वह काफी घबराए हुए हैं।
अधिराज ने कहा, “इस रेस में पहली बार हिस्सा लेने के कारण मुझे काफी घबराहट महसूस हो रही है, लेकिन साथ ही में आश्वस्त भी हूं।”
एमटीबी रैली में चालकों को सबसे मुश्किल और ऊच्चतम बिंदु चीनी बंगला (2,650 मीटर) की चढ़ाई करनी होगी।
यह रैली शिमला, साधुपुल, चैल, कुफ्री, जुनैदघाट, कोटी, चिनी बंगला से होते हुए गुजरेगी और 16 अप्रैल को शिमला में ही इसका समापन होगा।
एचएएसटीपीए प्रतिवर्ष हीरो एमटीबी हिमालय का आयोजन भी करता है, जिसे विश्व में सबसे मुश्किल रैली माना जाता है।
इस साल इस रैली के माध्यम से एचएएसटीपीए ने प्लास्टिक की बोतलों और प्लास्टिक की वस्तुओं के न्यूनतम इस्तेमाल का लक्ष्य रखा है। संगठन का मनना है कि यह काम काफी कठिन है लेकिन वह आधुनिक पर्सनल वॉटर प्यूरीफायरों की मदद से इसे हासिल करने की कोशिश करेगा।