प्रदेश में योग शिक्षा लागू होगी, मुख्यमंत्री श्री चौहान युवा भारत सम्मेलन में
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन से आदर्श व्यवस्था निर्मित होगी। प्रदेश में योग शिक्षा लागू की जायेगी। देश का भविष्य युवाओं के हाथों में है। युवा भारत की तस्वीर और तकदीर बदलेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ युवा भारत के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में योग आचार्य स्वामी रामदेव जी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के विचारों में परिवर्तन कर स्वस्थ, समृद्ध और यशस्वी भारत का निर्माण किया जायेगा। भ्रष्टाचार को रोकने के लिये प्रदेश सरकार ने विशेष न्यायालय कानून बनाया है, जिसके तहत भ्रष्टाचार द्वारा अर्जित संपत्ति को राजसात करने का प्रावधान किया गया है। पारदर्शी व्यवस्था लागू करने के लिये ई-टेंडरिंग, ई-मेजरमेन्ट और ई-पेमेन्ट की व्यवस्था लागू की गयी है। प्रदेश में सुशासन के लिये कई अभिनव योजनाएँ लागू की गयी हैं। अगले पाँच वर्ष में मध्यप्रदेश को देश का अव्वल राज्य बनाया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को पिछड़े से विकसित राज्य बनाने के लिये संकल्प लेकर काम किया गया है। प्रदेश में अब सड़क, बिजली, सिंचाई और खेती की बेहतर व्यस्थाएँ हैं। प्रदेश में अब 24 घंटे बिजली मिल रही है। बीते पाँच वर्ष में 90 हजार किलोमीटर सड़कें बनायी गई हैं। विद्युत उत्पादन क्षमता 2,900 मेगावाट से बढ़ाकर 10 हजार 600 मेगावाट की गयी है। सिंचाई क्षमता 7.50 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 25 लाख हेक्टयर की गयी है। नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना शुरू की गयी है, जो इस साल के अन्त तक पूरी होगी। प्रदेश की कृषि विकास दर देश में सबसे अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को बदलने के लिये गाँव-गाँव में लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछाया जायेगा। इसके लिये मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना लागू की गयी है। मध्यप्रदेश को देश का अव्वल राज्य बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। प्रदेश में स्किल डेवलपमेन्ट मिशन लागू किया गया है। सब वर्गों की पंचायतें बुलाकर उनकी समस्याओं को समझकर योजनाएँ बनायी गयी हैं। श्री चौहान ने कहा कि संसाधनों पर सबका अधिकार है। प्रदेश में गरीबों को सस्ता अनाज उपलब्ध करवाने की मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना और निःशुल्क दवाई उपलब्ध करवाने की योजना लागू की गई है। प्रदेश सरकार मानवीय संवेदनाओं के साथ कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में स्वामी रामदेव जी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने का संकल्प पूरा किया है। वे सहज, सरल और विनम्र हैं। वे प्रदेश में आदर्श व्यवस्था लागू करने के लिये कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में हिन्दी विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। आदर्श व्यवस्था की शुरूआत, आदर्श शिक्षा व्यवस्था से होगी। भ्रष्टाचार मुक्त और समृद्ध भारत के संकल्प से कार्य करें। उन्होंने कहा कि युवाओं ने हमेशा क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। सुशासन आज एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। आदर्श शिक्षा व्यवस्था लागू होना चाहिये तथा सबको अपनी भाषा में पढ़ने का अधिकार होना चाहिये।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पतंजलि योग ट्रस्ट द्वारा तैयार किये गये योग के पाठ्यक्रम तथा डॉ. पुष्पाजंलि की पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने उत्तराखण्ड में आपदा प्रबंधन कार्य में उत्कृष्ट योगदान करने वाले युवाओं का सम्मान किया। कार्यक्रम को पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री आरिफ बेग और डॉ. सुमन आचार्य ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण स्वामी गणेशानन्द ने किया।