नई दिल्ली, 4 फरवरी- राष्ट्रीय राजधानी के शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को अलग-अलग राज्यों से और अलग-अलग धर्मो के लोगों का समर्थन मिलता दिख रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को पंजाब से आए पंजाब किसान यूनियन के लोगों ने शाहीनबाग प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। पंजाब किसान यूनियन के प्रधान रोदु सिंह ने कहा, “हम कल से यहां मौजूद हैं। करीब 100 लोग आए थे और हम आज भी यहीं रुकेंगे और इनका समर्थन करेंगे। हम सरकार से कानून रद्द करने की मांग कर रहे हैं। सरकार यह कानून लाकर देश का बंटवारा करने की कोशिश कर रही है। यह कानून सिर्फ मुसलमान के खिलाफ नहीं, बल्कि यह उन गरीब लोगों के खिलाफ है, जिनके पास कोई जमीन नहीं है।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान से आए हिन्दू परिवारों का हम कोई विरोध नहीं कर रहें हैं और न ही हमें कोई दिक्कत है। अगर सरकार को लगता है कि उनके साथ गलत हुआ है तो उन्हें नागरिकता दे, लेकिन धर्म के आधार पर बंटवारा न करें।”
प्रधान रोदु सिंह का कहना है जिस वक्त देश का बंटवारा हुआ था और जो लोग पाकिस्तान चले गए थे वे वहां वैसे ही संघर्ष करें, जैसे इस कानून को लेकर हमारे देश के ये सभी लोग कर रहे हैं, क्योंकि वह उनका देश है।
शाहीनबाग में आज पंजाब से लगभग 500 लोग और आ रहे हैं, जो भारतीय किसान यूनियन एकता उग्रहण की तरफ से आएंगे। सभी सिख अगले तीन-चार दिन तक यहीं रुकेंगे। खास बात यह है कि यहां आए सभी सिख लंगर भी लगा रहे हैं।