यह जानकारी इस पत्रिका के वकील रिचर्ड मल्का ने दी है।
ग़ौरतलब है कि इस फ्रांसीसी साप्ताहिक पत्रिका में पैगंबर मुहम्मद के कार्टून छपने के बाद इसके संपादकीय कार्यालय पर आतंकवादी हमला किया गया था।
रिचर्ड मल्का ने रेडियो स्टेशन “फ्रांस इन्फो” को दिए एक साक्षात्कार में कहा है कि “हम पीछे नहीं हटेंगे, अन्यथा इस बात का कोई भी अर्थ नहीं होगा।” उन्होंने बताया कि “शार्ली हेब्दो” का ताज़ा अंक 14 जनवरी को अख़बारों की दुकानों पर आ जाएगा।
रिचर्ड मल्का ने यह भी कहा- “Je suis Charlie”, यानी “मैं शार्ली हूँ” का नारा हमारे मन की बात बताता है। यह हमें ईशनिन्दा करने का अधिकार देता है। “मैं शार्ली हूँ” का मतलब है कि हमें धर्म की भी आलोचना करने का अधिकार है और इसमें कुछ भी ख़ास नहीं है।”
रेडिओ रूस से