लाहौर, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने मंगलवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ की रिमांड को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया। वह करोड़ों रुपये के आवासीय घोटाला मामले में आरोपी हैं।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री को लाहौर की जवाबदेही अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। आशियाना हाउसिंग स्कीम मामले में 10 दिन की रिमांड के खत्म होने के बाद उन्हें पेश किया गया।
शहबाज शरीफ छह अक्टूबर से राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में हैं।
डॉन ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, अब वह एनएबी की रिमांड में 30 अक्टूबर तक रहेंगे।
भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने कहा कि शरीफ मुख्यमंत्री के तौर पर 2013 से मई 2018 तक अपने कार्यकाल के दौरान आवासीय योजना में भ्रष्टाचार में शामिल रहे हैं। उन्होंने ‘अपने अधिकार का दुरुपयोग किया’ और अपने दोस्तों की अयोग्य कंपनियों को ठेके स्वीकृत किए, जिससे ‘राष्ट्रीय राजकोष को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।’
शहबाज शरीफ को इस महीने की शुरुआत में भ्रष्टाचार रोधी निगरानी निकाय के लाहौर कार्यालय द्वारा गिरफ्तार किया गया, जहां उन्हें पंजाब साफ पानी कंपनी मामले में अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था।
उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया है और इन्हें ‘झूठा व निराधार’ बताया है।
शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि उन्होंने न तो अपने पद का दुरुपयोग किया है और न ही किसी तरह का भ्रष्टाचार किया है।
उन्होंने कहा, “यह झूठा आरोप है। मैंने देश का धन बचाया है और इसे राष्ट्रीय राजकोष में रखा है।”
उन्होंने कहा, “मुझे साफ पानी मामले के लिए बुलाया गया और आशियाना में गिरफ्तार किया गया।”
बाद में जवाबदेही अदालत के बाहर जियो न्यूज के साथ बात करते हुए शहबाज ने कहा, “वे मेरे खिलाफ एक पैसे का भ्रष्टाचार साबित नहीं कर सकते। मैंने एनएबी अधिकारियों को खुद ही अपने से सवाल करने के लिए बुलाया।”