भोपाल, 8 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को पांच और नई प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें कुल 38 लोगों को आरोपी बनाया गया हैं। सीबीआई द्वारा अब तक 60 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार को पहली प्राथमिकी पुलिस आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा 2012 को लेकर दर्ज करते हुए तीन व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है। दूसरी प्राथमिकी पीएमटी 2006 को लेकर है, इस मामले में 30 लोग आरोपी बनाए गए हैं। तीसरी प्राथमिकी पुलिस उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) भर्ती परीक्षा 2013 की है। इस मामले में दो आरोपी बनाए गए हैं।
चौथी प्राथमिकी पुलिस आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा 2012 को लेकर है, जिसमें दो आरोपी हैं। सीबीआई की पांचवीं प्राथमिकी पुलिस आरक्षक (कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा 2009 की है। इसमें एक आरोपी है।
सीबीआई के अनुसार इन प्राथमिकी में मध्य प्रदेश परीक्षा मान्यता अधिनियम 1937, धोखाधड़ी, सूचना प्रौद्योगिकी सहित भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। सीबीआई ने यह पांचों प्राथमिकी नई दर्ज की है।
ज्ञात हो कि राज्य में इंजीनियरिंग कालेज, मेडीकल कॉलेज में दाखिले से लेकर विभिन्न विभाग की भर्तियों की परीक्षा (पीएससी को छोड़कर) व्यापमं आयोजित करता है। इन दाखिलों और भर्तियों में हुई गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जुलाई 2013 में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
इस मामले की एसटीएफ फिर उच्च न्यायालय के निर्देश पर एसआईटी की देखरेख में एसटीएफ ने जांच की। इस मामले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से लेकर व्यापमं के पूर्व नियंत्रक पंकज त्रिवेदी सहित वरिष्ठ अधिकारी व राजनीतिक दलों से जुड़े लोग जेल में हैं। राज्यपाल रामनरेश यादव पर भी सिफारिश करने का प्रकरण दर्ज है। वहीं जांच के दौरान 48 लोगों की मौत का भी मामला गरम है।