पटना, 18 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की रविवार से प्रारंभ हो रही ‘संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ के दूसरे चरण को लेकर निशना साधते हुए उन्हें वोट की नहीं, वोट देने वालों की चिंता करने की नसीहत दी है।
पटना, 18 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की रविवार से प्रारंभ हो रही ‘संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ के दूसरे चरण को लेकर निशना साधते हुए उन्हें वोट की नहीं, वोट देने वालों की चिंता करने की नसीहत दी है।
जद (यू) के प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि यादव ने अपनी कथित न्याय यात्रा का दूसरा चरण शुरू कर दिया है। अब तक उन्होंने राजद के 15 वषों के शासनकाल के कामकाज का हिसाब नहीं दिया। आज वह समस्तीपुर में हैं और विश्वास है कि वह यहां भी विकास को लेकर कोई बात नहीं करेंगे। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि यादव वोट की नहीं बल्कि वोट देनों वालों की भलाई की भी चिंता कीजिए।
कुमार ने कहा, “तेजस्वी जी, आप न्याय यात्रा में अपनी पार्टी राजद को बचाने के लिए लाख सनसनीखेज बातें कर लें लेकिन राज्य में अब तोड़फोड़ और भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी। यहां के लोग अब विकास की बातें करते हैं।”
तेजस्वी को ‘दागी’ कहकर संबोधित करते हुए नीरज ने कहा, “तथ्यों और आंकड़ों के जरिए विकास की बात कीजिए। वैसे, आप यह बात नहीं करेंगे क्योंकि आपके पास विकास को लेकर कहने को कुछ नहीं है। समस्तीपुर के आंकड़े भी गवाह हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल के 12 वर्ष के विकास के दौर के मुकाबले राजद के 15 साल का ‘जंगलराज’ कहीं नहीं ठहरता है।”
उन्होंने कहा, “तेजस्वी जी, आज आप यह फर्जी यात्रा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के कर्म व राजनीतिक क्षेत्र समस्तीपुर में कर रहे हैं। आप वहां कृपाकर यह जरूर बताइएगा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर की आत्मा को कष्ट देने के लिए आपके पिता और मां के कार्यकाल में 46 दलितों और पिछड़ों का नरसंहार हुआ था, उसके लिए माफीनामा दीजिए और यह बताइएगा कि दलित और पिछड़े और अतिपिछड़े छात्रों को कितनी छात्रवृत्ति राजद के कार्यकाल में दी गई।”
आंकड़ों का हवाला देते हुए जद (यू) नेता ने कहा कि समस्तीपुर में नीतीश जी के शासनकाल में 808 लाख रुपये की लागत से 172 कब्रिस्तानों की घेरांबदी करवाई गई। आज समस्तीपुर जिले के 19,250 बच्चे 160 मदरसों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
इस सरकार में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 2,894 किलोमीटर सड़क निर्माण की स्वीति प्रदान की गई है, जिसमें 2401 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। यहां पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति के तहत 9,03,553 विद्यार्थियों को तथा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति के तहत 10,10,381 विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाया जा चुका है।
समस्तीपुर जिले में 2005-06 में कुल स्कूलों की संख्या जहां 1,891 और शिक्षकों की संख्या 8,362 थी जबकि 2015-16 में स्कूलों की संख्या बढ़कर 2,884 व शिक्षकों की संख्या 16,378 तक पहुंच गई। इसी दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ी है। 2005-2006 में जहां 5,46,516 बच्चे स्कूल में पढ़ने आते थे वहीं 2015-16 में 9,08,690 बच्चे स्कूल जाते हैं।
उन्होंने कहा राजद के शासनकाल की तुलना में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्रित्व काल में समस्तीपुर जिले में जहां हत्या के मामलों में 40 प्रतिशत की कमी आई। वहीं फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 94 प्रतिशत तथा सड़क डकैती के मामलों में 41 प्रतिशत की गिरावट आई है।
उल्लेखनीय है कि नीरज तेजस्वी की न्याययात्रा के प्रथम चरण में भी उन जिलों की विकास योजनाओं के आंकड़े जारी कर निशाना साध रहे थे जिस जिले में तेजस्वी यात्रा के क्रम में पहुंच रहे थे। यह सिलसिला तेजस्वी के दूसरे चरण की यात्रा के दौरान भी जारी है।