संयुक्त राष्ट्र के 139 सदस्यों के बीच इस सौदे पर सहमति बनने के बाद में चीन के स्थाई उपप्रतिनिधि वांग मिन ने संवाददाताओं से कहा, “चीन ने इस पूरी बातचीत प्रक्रिया में रचनात्मक तरीके से हिस्सा लिया है।”
गरीबी से निपटने और पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जीवन स्तर सुधारने में वैश्विक समुदाय किस तरह मिलकर काम कर सकता है, इस विषय से संबंधित दस्तावेज को सितंबर में संयुक्त राष्ट्र के एक शिखर सम्मेलन में मंजूरी दी जाएगी।
वांग ने कहा, “चीन अपने प्रस्तावों को आगे बढ़ाने को लेकर काफी सक्रिय है। चीन ने 2015 के बाद के विकास एजेंडे पर निष्पक्ष, समेकित और स्थाई वैश्विक प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान किया है।”
इस योजना को 2030 के सतत विकास एजेंडे के रूप में जाना जाता है, जिसके तहत विभिन्न देशों और उनके नागरिकों को पृथ्वी का सम्मान करने और उसे सुरक्षित रखने का आह्वान किया गया है और यह बताया गया है कि प्राकृतिक संसाधनों का सही प्रबंधन ही आर्थिक और सामाजिक विकास की नींव है।
इस दस्तावेज में गरीबी, लैंगिक समानता और आर्थिक विकास से लेकर जलवायु परिवर्तन और समुद्री संसाधन सुरक्षा जैसे मुद्दों तक 17 महत्वाकांक्षी विकास लक्ष्य (एसडीजी) रेखांकित किए गए हैं।