नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय टीम और आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के तेज गेंदबाज उमेश यादव का मानना है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो आगामी विश्व कप में वह भारतीय टीम के लिए चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय टीम और आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के तेज गेंदबाज उमेश यादव का मानना है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो आगामी विश्व कप में वह भारतीय टीम के लिए चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
उमेश की बेंगलोर टीम आईपीएल के 12वें सीजन के पहले मैच में शनिवार को मौजूदा चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स से भिड़ेगी।
उमेश ने आईएएनएस से कहा, “अगर आप देखें तो आईपीएल वह मंच है जहां से आप चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं और उन्हें यह बता सकते हैं कि मैं विश्व कप में चुने जाने के लिए उपलब्ध हूं। टीम को चौथे तेज गेंदबाज की तलाश है और मैं इस भूमिका के लिए उपयुक्त हूं। मुझे नहीं लगता है कि किसी युवा गेंदबाज ने सीनियर खिलाड़ी की जगह लेने के लिए कुछ ज्यादा किया है। आखिरकार आप विश्व कप खेलने जा रहे हैं ना कि कोई द्विपक्षीय सीरीज जैसा अन्य टूर्नामेंट।”
उन्होंने कहा, “विश्व कप जैसे बड़े मंच पर अनुभव होना चाहिए। अनुभव के लिए 10-12 मैच खेलना पर्याप्त नहीं है क्योंकि यदि कोई स्थिति आती और आपके मुख्य गेंदबाज में से कोई चोटिल हो जाता है तो कोई ऐसा हो जो उस स्थिति में दबाव को संभालने में सक्षम हो। आपको किसी ऐसे गेंदबाज की जरूरत है जो 140 किमी प्रति घंटे से अधिक की गेंदबाजी कर सके और दबाव में भी मानसिक रूप से अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखता हो।”
तेज गेंदबाज का मानना है कि अगर वह विश्व कप के लिए टीम में शामिल किये जाते हैं तो इसकी तैयारी के लिए आईपीएल एक बड़ा मंच होगा।
उमेश ने कहा, “मेरे लिए आईपीएल, फ्रेंचाइजी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और विश्व कप के लिए अभ्यास करना भी है। यह विश्व कप के लिए खुद को तैयार करने का एक आदर्श मंच है।”
बेंगलोर टीम का हिस्सा होने के बारे में पूछे जाने पर उमेश ने कहा कि पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने उनकी काफी मदद की है।
उन्होंने कहा, “पिछले सीजन में बेंगलोर टीम से जुड़ने के बाद नेहरा पाजी ने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया है। उन्होंने मुझसे कहा कि जब सब कुछ आपके खिलाफ होता है और आप प्रदर्शन करते हैं तभी आपको इसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए और दुनिया को दिखाना चाहिए कि आप किस चीज से बने हैं।”
उमेश ने साथ ही कहा, “अगर सब कुछ आपके अनुसार हो रहा होता है तो मुकाबला नहीं है और फिर कुछ हासिल करने की खुशी कम हो जाती है। उन्होंने (नेहरा ने) कहा ‘हर मिनट सीखते रहो और मजबूत बनो’।”