हेमिल्टन, 10 मार्च (आईएएनएस)। शिखर धवन (100) के नेतृत्व में अपने बल्लेबाजों के ‘दबंग’ प्रदर्शन के दम पर भारत ने भारत ने मंगलवार को सेडन पार्क स्टेडियम में खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के ग्रुप-बी के अपने पांचवें मैच में आयरलैंड को आठ विकेट से हरा दिया। यह इस विश्व कप में भारत की लगातार पांचवीं और 2011 से लेकर अब तक लगातार नौवीं जीत है।
आयरलैंड द्वारा दिए गए 260 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने धवन और रोहित शर्मा (64) के बीच पहले विकेट के लिए हुई रिकार्ड 174 रनों की साझेदारी के कारण 36.5 ओवरों में दो विकेट खोकर जीत का सेहरा अपने सिर बांध लिया। धवन और रोहित के आउट होने के बाद विराट कोहली 44 और अजिंक्य रहाणे 33 रनों पर नाबाद लौटे।
रोहित और मैन ऑफ द मैच चुने गए धवन ने विश्व कप में भारत के लिए पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी की । इन दोनों ने 1996 विश्व कप में केन्या के खिलाफ बनाए गए सचिन तेंदुलकर और अजय जडेजा के 163 रनों के रिकार्ड को पीछे छोड़ा।
रोहित सबसे पहले आउट हुए। रोहित ने 66 गेंदों का सामना कर तीन चौके और तीन छक्के लगाए। रोहित ने 31 रन के निजी योग पर पहुंचने के साथ एकदिवसीय करियर में 4000 रन पूरे कर लिए। ऐसा करने वाले वह भारत के 14वें बल्लेबाज हैं।
इसके बाद धवन ने इस विश्व कप में अपना दूसरा और कुल आठवां शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के तुरंत बाद वह हालांकि 190 के कुल योग पर आउट हो गए। धवन ने 85 गेंदों की पारी में 11 चौके और पांच छक्के लगाए।
इसके बाद कोहली और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए नाबाद 70 रन जोड़े। कोहली ने 42 गेंदों का सामना कर चार चौके और एक छक्का लगाया। रहाणे ने 28 गेंदों की पारी में छह झन्नाटेदार चौके लगाए।
आईसीसी विश्व कप में भारत की यह लगातार नौवीं जीत है। धौनी ने सौरव गांगुली के लगातार आठ जीत के रिकार्ड को पीछे छोड़ा और वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड की बराबरी की।
विश्व कप में लगातार सर्वाधिक जीत का रिकार्ड आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग के नाम है। पोंटिंग की कप्तानी में आस्ट्रेलिया ने 1999 से 2011 के बीच लगातार 24 मुकाबले जीते थे। इस दौरान आस्ट्रेलिया ने तीन बार विश्व खिताब जीता।
धौनी की कप्तानी में भारत ने अब तक 14 मैच खेले हैं और 12 में जीत हासिल की है। एक मैच में उसे हार मिली है और एक टाई रहा है। 2011 विश्व कप में 20 मार्च को वेस्टइंडीज पर मिली 80 रनों की जीत के बाद से भारत ने लगातार नौ मैच जीते हैं। इस दौरान भारत ने श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद खिताब भी जीता है।
धौनी भारत के लिए सबसे अधिक 175 एकदिवसीय मैचों में कप्तानी करने वाले कप्तान बन गए हैं। मोहम्मद अजहरूद्दीन ने 1990 से 1999 के बीच भारत के लिए 174 मैचों में कप्तानी की थी।
इससे पहले, नियाल ओब्रायन (75) और कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड (67) की बेहतरीन अर्धशतकीय पारियों की बदौलत आयरलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 49 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 259 रन बनाए।
तीन मैचों में भारत के खिलाफ यह आयरलैंड का अब तक का सबसे बड़ा योग है। पोर्टरफील्ड ने पॉल स्टर्लिंग (42) के साथ पहले विकेट के लिए 15 ओवरों में 89 रनों की साझेदारी की। यह आयरिश पारी की सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।
स्टर्लिग का विकेट 89 रन के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन ने लिया जबकि 92 के कुल योग पर सुरेश रैना ने एड जॉयस (2) को बोल्ड किया।
स्टर्लिग ने 41 गेंदों की पारी में चार चौके और दो बेहतरीन छक्के लगाए। इसके बाद हालांकि पोर्टरफील्ड और नियाल ने तीसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़कर नुकसान की भरपाई की।
पोर्टरफील्ड 145 के कुल योग पर आउट हुए। आयरिश कप्तान ने 93 गेंदों का सामना कर पांच चौके और एक छक्का लगाया।
कप्तान की विदाई के बाद एंडी बालबिर्नी (24) ने नियाल के साथ चौथे विकेट के लिए 61 रन जोड़े।
बालबिर्नी का विकेट 206 के कुल योग पर गिरा। उन्होंने 24 गेंदों पर तीन चौके लगाए। आयरलैंड ने हालांकि इसके बाद 32 रनों के कुल योग पर छह विकेट गंवा दिए।
पारी के 39वें से 46वें ओवर के बीच आउट होने वाले बल्लेबाजों में केविन ओब्रायन (1), गैरी विल्सन (6), नियाल, स्टुअर्ट थाम्पसन (2) और जार्ज डॉकरेल (6) शामिल हैं।
नियाल ने आयरलैंड के लिए भारत के खिलाफ सबसे बड़ी पारी खेलते हुए 75 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्के लगाए। अंतिम विकेट के रूप में एलेक्स कुसाक (11) और जॉन मूनी (12) ने 21 रन जोड़े।
भारत की ओर से मोहम्मद समी ने तीन और रविचंद्रन अश्विन ने दो विकेट लिए। इसके अलावा सुरेश रैना, उमेश, मोहित और रवींद्र जडेजा को एक-एक सफलता मिली।