बाकु, 15 सितम्बर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) के अध्यक्ष डेविड हेगेर्टी ने कहा है कि अमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स और वीनस विलियम्स ने कभी डोपिंग नियमों का उल्लंघन नहीं किया और उन्होंने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के संज्ञान में उनकी अनुमति से प्रतिबंधित दवाएं चिकित्सकीय जरूरत के लिए लीं।
समाचार एजेंसी तास के मुताबिक, रूसी हैकरों के एक समूह ‘फैंसी बीयर्स’ ने मंगलवार को दावा किया कि उन्होंने वाडा का डाटाबेस हैक किया है, जिससे पता चला है कि अमेरिकी टेनिस स्टार सेरेना, उनकी बहन वीनस और रियो ओलम्पिक में चार स्वर्ण जीतने वाली जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स, बास्केटबाल खिलाड़ी इलेना डेल डॉन को प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की इजाजत दी गई थी।
हेगेर्टी ने बुधवार को कहा कि महासंघ डाटाबेस के हैक होने से चिंतित हैं, क्योंकि इसमें अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की व्यक्तिगत स्वास्थ्य जानकारियां हैं।
उन्होंने कहा, “हम इस बात से निराश और दुखी हैं कि टेनिस खिलाड़ियों की संवेदनशील जानकारियां हासिल की गई और बिना मंजूरी के सार्वजनिक की गईं और वाडा द्वारा चिकित्सकीय उपचार छूट (टीयूई) नियम के तहत दी गई इजाजत का गलत मतलब निकाला गया।”
उन्होंने कहा, “टीयूई के लिए मिले सभी आवेदनों पर टेनिस डोपिंग रोधी कार्यक्रम वाडा के अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार विचार किया जाता है और उनकी एक स्वतंत्र टीयूई समिति गोपनीय तरीके से समीक्षा करती है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए टेनिस डोपिंग कार्यक्रम के तहत टीयूई की मंजूरी दवाओं के वैध चिकित्सकीय उपचार के लिए दी जाती है और इससे डोपिंग के नियमों का उल्लंघन नहीं होता।”
रूसी हैकर समूह ‘फैंसी बीयर्स’ ने अपनी वेबसाइट पर हैक किए गए वाडा के डाटाबेस के हवाले से लिखा है कि सेरेना को 2010, 2014 और 2015 में आक्सीकोडोन, हाइड्रोमोफरेन, प्रेडनीसोन और मिथाइलप्रेडनिसोलोन के सेवन की इजाजत दी गई थी। वहीं सेरेना की बहन वीनस को 2010, 2012 और 2013 में प्रेडनिसोन, प्रेडनिसोलोन और ट्रायेमसिलोन जैसे वाडा द्वारा प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की इजाजत थी।