बैंकाक, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। थाईलैंड की एक विपरीतलिंगी (ट्रांसजेंडर) प्रवक्ता ने लैंगिक भेदभाव की वजह से नौकरी नहीं देने का आरोप लगाते हुए एक विश्वविद्यालय पर मुकदमा ठोंक दिया है।
बैंकाक, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। थाईलैंड की एक विपरीतलिंगी (ट्रांसजेंडर) प्रवक्ता ने लैंगिक भेदभाव की वजह से नौकरी नहीं देने का आरोप लगाते हुए एक विश्वविद्यालय पर मुकदमा ठोंक दिया है।
द बैंकाक पोस्ट की मंगलवार की रपट के अनुसार, कैथ खांगपिबून और उनके वकील नाखोन चोम्पूचार्ट ने सोमवार को बैंकाक के थम्मासात विश्वविद्यालय के खिलाफ अदालत में मामला दायर किया। इन्होंने अपनी अर्जी में कहा है कि विश्वविद्यालय और इसकी स्क्रीनिंग कमेटी ने कैथ के मानवाधिकारों का हनन किया है।
कैथ ने कहा कि उनका यह मामला लैंगिक समानता और मानवाधिकार के मामले में जागरूकता बढ़ाएगा।
कैथ ने जून 2014 में थम्मासात विश्वविद्यालय के सामाजिक प्रबंधन विभाग में प्रवक्ता पद के लिए हुई एक लिखित परीक्षा पास की थी।
लेकिन, 2015 में विश्वविद्यालय की स्क्रीनिंग कमेटी ने उनकी अर्जी को खारिज कर दिया। कमेटी ने उन पर अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया। कमेटी ने कहा कि सोशल मीडिया पर वह जैसी अनुपयुक्त भाषा का इस्तेमाल करती हैं उससे बतौर प्रवक्ता उनकी छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
थम्मासात विश्वविद्यालय के मानव संसाधन प्रबंधन के उप अधिष्ठाता उदोम रतामारित ने कहा कि कैथ को अदालत जाने का पूरा हक है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कमेटी के फैसले का लैंगिक नीति से कोई लेना-देना है।
समलैंगिकता के मामले में थाईलैंड एशिया के चंद सर्वाधिक सहिष्णु राष्ट्रों में से एक है। देश में समलैंगिक गतिविधियों को कानूनी मान्यता हासिल है।