भोपाल- राजनीती की रोटी सेंकने में माहिर विधायक रामेश्वर शर्मा और भ्रम की राजनीती करने में अब पारंगत महापौर कृष्णा गौर के बीच कल विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गयी जब रामेश्वर शर्मा ने महापौर की कार्यशैली और क्षमता पर कटाक्ष कर दिया.कृष्णा गौर की कार्यक्षमता पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं लेकिन किसी स्थानीय विधायक द्वारा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर देना स्थानीय राजनीती की खींचतान के रूप में सामने आया है.
वाकया कल भोपाल के उप-नगर बैरागढ़ में हुए गुलाब पार्क के उद्घाटन के अवसर का है.जब विधायक ने कहा की भाभी समय पर कार्य करने में असफल रहीं यदि अब भी समय पर कार्य हो जाएगा तो उनकी सीट बच जायेगी.भाजपा के ही दो नेताओं के बीच की यह जंग भोपाल में अपने प्रभुत्व को बनाए रखने को लेकर देखी जा रही है.भाजपा में अब स्तरहीन राजनीती देखने में आने लगी है जिसमें एक दूसरे को सार्वजनिक मंच पर नीचा दिखने की परंपरा का सूत्रपात हो गया है.
महापौर ने भी जुबानी पैंतरा बदलते हुए रामेश्वर की शरण आगामी चुनाव के लिए मांगी.जनता महापौर से भी ठगी गयी और विधायक से भी.बीआरटीएस की स्थिति सबके सामने ही है महापौर कार्यकाल में यह योजना सबसे बड़ी असफल योजना साबित हुई है.अब देखना है राजनीती का ऊँट किस करवट बैठता है .