आसियान-चीन विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद बुधवार को वांग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 21वीं सदी के समुद्री सिल्क रोड में चीन और आसियान देशों के बीच सहयोग की प्राथमिकता बुनियादी ढांचागत निर्माण और उत्पादन क्षमता में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को लेकर होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि चीन और आसियान देश औद्योगीकरण के विभिन्न स्तरों पर एक-दूसरे के पूरक हैं। इन दोनों के बीच सहयोग इनकी अनूठी विशेषताओं पर आधारित है, जिसका अर्थ यह है कि चीन को लक्षित देशों की आवश्यकताओं पर ध्यान देने की बजाय उन देशों पर ध्यान देना होगा, जहां बुनियादी ढांचागत और औद्योगिक उत्पादन क्षमता की आवश्यकता ‘सर्वाधिक’ है।
उन्होंने कहा कि सहयोग की प्रक्रिया के दौरान चीन की अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की कोई इच्छा नहीं है। हालांकि ऐसा लगता है कि कुछ देश वास्तव में चीन के साथ सहयोग नहीं चाहते, बल्कि वे चीन के साथ प्रतिस्पर्धा की इच्छा रखते हैं।