नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना के 56 सेवानिवृत्त कर्मियों को बुधवार को राष्ट्रीय कौशल योग्यता प्रारूप और प्लेसमेंट पत्रों की पुष्टि करते हुए कौशल प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने वायुसेना के कार्मिकों को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद कौशल और प्रशिक्षण देने की एक प्रमुख परियोजना के पूर्ण होने पर बधाई दी। कौशल प्रमाणन के माध्यम से भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए यह अपनी तरह का पहला प्लेसमेंट समारोह था।
ये प्रयास कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बीच जुलाई, 2015 को विभिन्न कौशल विकास पहलों में भागीदारी के लिए हुए समझौते ज्ञापन पत्र के अंतर्गत किए गए हैं। इस समझौता ज्ञापन पत्र के माध्यम से अधिकारी, जेसीओ, एनसीओ अथवा जवानों के अपेक्षाकृत कम आयु में सेवानिवृत्त करीब 60,000 सैन्य कर्मियों को अतिरिक्त कौशल प्रदान करना है।
समारोह की अध्यक्षता रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और कौशल विकास और उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार) और संसदीय मामले मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने की। इस अवसर पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव रोहित नंदन, एयरचीफ मार्शल अनूप राहा और एनएसडीसी सीईओ जयंत कृष्ण भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर पर्रिकर ने कहा देश में कौशलयुक्त कार्यश्रम की काफी कमी है।
रूडी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष भारतीय वायुसेना के 32 से 47 वर्ष की आयु के बीच के 5000 वायुसेना कर्मी सेवानिवृत्त होते हैं। उन्होंने कहा कि इन सेवानिवृत्त कर्मियों की सेवाओं का उपयोग करने पर विशेष ध्यान दिया गया है।