नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। अवॉर्ड विजेता वाइल्ड लाईफ फिल्मकार अजय बेदी अपनी फिल्मों में सेलिब्रिटी को लेने के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन उनका मानना है कि ऐसी परियोजनाओं के लिए फंड जुटाना आसान नहीं होता और फिल्म से बड़ा नाम जुड़ने का अर्थ है कि लागत भी बढ़ेगी।
अजय और उनके भाई विजय अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के वाइल्ड लाईफ फिल्म निर्माता हैं। इस परिवार को वाइल्ड लाईफ क्षेत्र में लंबे समय से विशेषज्ञता हासिल है।
‘द पुलिसिंग लंगूर’ और ‘चेरब ऑफ द मिस्ट’ जैसी फिल्में बनाने वाले इन निमार्ताओं ने अपनी फिल्मों के केंद्र में हमेशा पशुओं को ही रखा है।
यह पूछने पर कि अगर उन्हें अपनी डॉक्यूमेंटरीज के लिए किसी सेलिब्रिटी को नरेटर के तौर पर लेना हो तो वो किसे लेंगे, अजय ने आईएएनएस को बताया , “हमनें ‘द सीक्रेट लाईफ ऑफ फ्रॉग्स’ के नरेशन के लिए डेविड ऐटनबरो से संपर्क किया था। दुर्भाग्यवश, वह व्यस्त थे।”
उन्होंने आगे बताया, “फिल्म में किसी बड़े नाम को शामिल करने का मतलब है फिल्म की लागत बढ़ना। लागत एक ऐसी चीज है, जिस पर ध्यान देना जरूरी होता है क्योंकि वाइल्ड लाईफ फिल्मों के लिए फंड जुटाना एक बड़ी चुनौती है।”
‘द सीक्रेट लाईफ ऑफ फ्रॉग्स’ 1 मई को एनीमल प्लैनेट और एनीमल प्लैनेट एचडी वर्ल्ड पर प्रसारित होगी।