लखनऊ, 12 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने जमीनी रंजिश में की गई स्कूल प्रिंसिपल की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड माफियाओं की सरपरस्ती कर रहा है। अगर वक्फ बोर्ड ने पहले ही अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की होती और माफियाओं पर शिकंजा कसा होता और सख्ती की होती तो आज यह नौबत न आती।
लखनऊ, 12 अगस्त (आईएएनएस/आईपीएन)। शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने जमीनी रंजिश में की गई स्कूल प्रिंसिपल की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड माफियाओं की सरपरस्ती कर रहा है। अगर वक्फ बोर्ड ने पहले ही अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की होती और माफियाओं पर शिकंजा कसा होता और सख्ती की होती तो आज यह नौबत न आती।
मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद बुधवार सुबह नकवी इमामबाड़ा नाजिम साहब के कत्ल किए गए मुतवल्ली तकी रजा के परिजनों से मिलने पहुंचे और उन्हें संवेदना प्रस्तुत की और तकी रजा के लिए फातिहा खानी भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर वक्फ बोर्ड का यही हाल रहा और माफियाओं की सरपरस्ती नहीं रुकी तो आगे भी ऐसी हत्या की घटनायें पेश आने का खतरा है।
मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है, प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को समझे और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। उलमा कमेटी ने कहा कि माफियाओं की सरपरस्ती और नेतृत्व खत्म किया जाए और जो लोग माफियाओं की सरपरस्ती और नेतृत्व कर रहे हैं उनकी भी जांच होनी चाहिए।
इसके अलावा मौलाना ने बेगुनाह जवानों को गिरफ्तार और रिमांड पर लिये जाने की कड़ी निंदा करते हुये कहा कि पुलिस ने जिन 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है और रिमांड पर लिया हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि गुलशन अब्बास से पुलिस ने सादे कागज पर जबरदस्ती डरा धमका कर हस्ताक्षर लिए हैं और रिवाल्वर बरामद दिखाया है। उलमा ने कहा हम पुलिस के इस रवैये की कड़ी निंदा करते हैं। गुलशन अब्बास को फंसाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि उससे सादे कागज पर डरा धमका कर क्यों हस्ताक्षर लिए गए हैं, उसकी जांच होनी चाहिए।