नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। फर्जी सांसद बनकर नौकरी चाहने वालों, कंपनियों के मालिकों और राजनीतिक नेताओं को ठगने के आरोप में एक 43 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस ने रविवार को दी।
सूचना के आधार पर गत 28 मई को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के निवासी प्रवीण कुमार सिंह को यहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया।
जांच अधिकारियों ने कहा कि सिंह विगत पांच साल से फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अपना मोबाइल नम्बर और पता बदलता रहता था।
सिंह ने पुलिस से कहा कि वह लोगों को ठगने के लिए खादी की पोशाक पहनता था। ऐसे लोगों को वह सरकारी नौकरी, लाभदायक व्यापारिक ठेके और उच्च राजनीतिक पद देने का वादा करता था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) रवींद्र यादव ने कहा, “जब पीड़ित उसके झांसे में आ जाते थे तो वह अपने सहयोगियों की मदद से उनके पैसे ठग लेता था।”
उन्होंने कहा, “विभिन्न राजनीतिक दलों के अनेक नेताओं को वह पैसे देता था। ऐसे लोगों की भूमिका की जांच हो रही है।”
पुलिस ने उसके कब्जे से सांसदों (लोकसभा) के 77 खाली लेटर हेड, सात मोबाइल फोन, पांच डेबिट और क्रेडिट कार्ड, विभिन्न ब्रांडों की 24 घड़ियां और 28 लोगों के बायोडाटा बरामद किए हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि सिंह ने 2007-08 में दक्षिणी दिल्ली के आर.के. पुरम में एक कंसल्टेंसी फर्म खोली थी और अपने को स्टील ऑथरिटी ऑफ इंडिया (सेल) का एक नामित सदस्य बताकर बोकारो और झारखंड के करीब 30 बेरोजगारों से स्टील अथारिटी आफ इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर 38 लाख रुपये ठग लिए थे।
अधिकारी ने कहा, “9 अप्रैल, 2012 को उसके खिलाफ एक मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन शिकायतकर्ता के साथ समझौता कर उसने मामला सुलझा लिया था और उसे जमानत मिल गई थी। 2014 में उसने भारतीय रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बलिया जिले के 10 बेरोजगार लोगों से 25 लाख रुपये ठग लिए थे।”