भोपाल, 26 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में 66वां गणतंत्र दिवस सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगरमालवा जिले में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी के बाद कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री से लेकर निर्वाचित जनप्रतिनिधि राजा नहीं, जनता का सेवक होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री से लेकर अन्य सभी जन-प्रतिनिधि राजा नहीं जनता के सेवक होते हैं। दंभ में आने की बजाय सबको सेवा का भाव मन में रखकर जनता का जीवन बेहतर बनाने के संकल्प के साथ कार्य करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अब भारत पुन: विश्व गुरु बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। देश बदल रहा है और प्रदेश भी बदल रहा है। बीमारू कहा जाने वाला मध्यप्रदेश आज विकास दर में देश का नंबर एक राज्य है। प्रदेश में 24़ 99 प्रतिशत कृषि विकास दर हासिल करने का चमत्कार हुआ है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने पिछले वर्ष गेहूं उत्पादन में हरियाणा को पीछे छोड़ा था। इस वर्ष पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। प्रदेश को लगातार तीसरी बार कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ के नारे को सफल बनाने के लिए ‘मेक इन मध्यप्रदेश’ और ‘डिजिटल इंडिया’ के सपने को साकार करने के लिए ‘डिजिटल मध्यप्रदेश’ बनाना चाहता हूं।
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेरोजगारी का अंधेरा नहीं रहे इसके लिये युवाओं को स्वयं उद्योग लगाने के लिये प्रेरित किया जा रहा है। प्रदेश में चौबीस घंटे घरेलू बिजली और खेती के लिए दस घंटे बिजली दी जा रही है। अधोसंरचना विकास के लिए प्रदेश में पिछले साल नगरों और कस्बों को जोड़ने के लिए नई सड़कें बनाई गई। स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश में 37 लाख से अधिक ग्रामीण घरों में शौचालय बन चुके हैं। हर घर में स्वच्छ शौचालय होगा।
उन्होंने बेहतर कानून-व्यवस्था के लिये पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश को दस्यु, आतंकवाद और नक्सलवाद जैसी समस्याओं से मुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर प्रदेश का ग्लोबल टैलेन्ट पूल बनाने की पहल अब फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश पोर्टल के माध्यम से कर रहे हैं। भोपाल और इन्दौर की देश की प्रथम लाइट मेट्रो परियोजना की डीपीआर तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास मिशन में अब तक दो लाख से अधिक घर बन चुके हैं। गरीब परिवारों के लिए पांच लाख घर बनाने का काम चल रहा है। पांच साल के भीतर 15 लाख मकान बनाए जाएंगे। देश में अपनी किस्म की पहली स्वास्थ्य गारंटी योजना प्रदेश में प्रारंभ की गयी है। गांवों में 49 हजार ग्राम आरोग्य केन्द्र खोले गए हैं।
राजधानी भोपाल में मुख्य समारोह लाल परेड मैदान में हुआ। राज्यपाल रामनरेश यादव ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस मौके पर राज्यपाल यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश आज एक नई पहचान बनाकर सुशासन, जन-कल्याण और अधोसंरचना विकास में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
राज्यपाल यादव ने आगे कहा कि 26 जनवरी, 1950 को हमने संविधान को अंगीकार कर गणतंत्र का रूप लिया। आज हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इसका श्रेय हमारे संविधान के निर्माताओं और लोकतंत्र की परम्पराओं को मजबूत करने वाली संस्थाओं को जाता है।
राज्य के अन्य हिस्सों इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर आदि स्थानों पर गणतंत्र दिवस की धूम रही। सरकारी इमारतों से लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के दफ्तरों में ध्वजारोहण किया गया। सभी हिस्से देशभक्ति के रंग में रंगे रहे, प्रभातफेरियां निकाली गई, वहीं रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति मनभावन रही। हाथ में तिरंगा थामे बच्चों से लेकर युवा हर तरफ नजर आए, वहीं राष्ट्रगान की धुन व देश भक्ति गीत उत्साह को और बढ़ा देने वाले रहे।