जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ा देने की घोषणा के बाद राजस्थान के कोटा में पढ़ रहे कोचिंग के छात्रों ने उन्हें उनके घर वापस भेजने के लिए मदद मांगी है.
कोचिंग हब माने जाने वाले कोटा में इस समय हजारों छात्र हैं और उन्होंने 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद से ट्विटर पर #SendUsBackHome (हमें वापस घर भेजें) हैशटैग के साथ विभिन्न अधिकारियों को टैग करते हुए 50 हज़ार से ज्यादा ट्वीट किये हैं.
घर लौटने की मांग कर रहे ये छात्र बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के हैं.#Kotastudents
बता दें कि लॉकडाउन के बढ़ने के चलते लगभग 35 हजार छात्र-छात्राएं कोटा में फंसे हैं. राजस्थान सरकार पिछले लॉकडाउन के दौरान कई छात्रों को उनके घर लौटने के लिए पास जारी किए, लेकिन बिहार सहित दूसरे राज्यों द्वारा उन्हें प्रदेश की सीमा में दाखिल होने की अनुमति न देने के चलते इस पर रोक लगा दी गई है.
राज्यों का कहना है कि कोटा में कोरोना के से अब तक 50 संक्रमित पाए गए हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा है इसलिए छात्रों को रोका गया है. बिहार सरकार ने राजस्थान सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए केंद्र को पत्र भी लिखा, जिसके बाद ये प्रक्रिया बंद कर दी गई.
इस रोक के चलते छात्रों में भारी निराशा है. उत्तर प्रदेश के रहने वाले अनमोल सिंह कहते हैं, ‘हमें लगा था कि 21 दिनों में लॉकडाउन ख़त्म हो जायेगा लेकिन अब ये अगला चक्र शुरू हो गया. हमें नहीं लगता कि यहां चीजें सामान्य होने वाली हैं. हम यहां अपने परिवार के बिना और नहीं रह सकते.’
सूत्रों के अनुसार मार्च में जब लॉकडाउन घोषित हुआ था तब छात्रों ने खुद को संभाला था, लेकिन अब मानसिक तनाव उन्हें सता रहा है. अभी न कोई एग्जाम है, न क्लासेज ही चल रही हैं, ऐसे में ये 16-20 साल के बच्चे कैसे बिना परिवार के कैसे रह सकते हैं.’