पणजी, 5 अगस्त (आईएएनएस)। अमेरिकी कंपनी लुई बर्जर से कथित रूप से रिश्वत स्वीकारने के आरोपी गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को बुधवार को सात अगस्त तक के लिए अंतरिम जमानत मिल गई।
यह रिश्वत राज्य में 1,031 करोड़ रुपये की एक परियोजना के क्रियान्वयन के लिए दी गई थी।
कामत ने अग्रिम जमानत के लिए यहां बुधवार को एक अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
कामत को जमानत ऐसे समय में मिली है, जब मीडिया रपटों में कहा गया है कि विवादित परियोजना के निदेशक रहे आनंद वाचासुंदर इस मामले में सरकारी गवाह बनाए जा सकते हैं। इस परियोजना के लिए 2010 में 976,630 डॉलर की रिश्वत लुई बर्जर के अधिकारियों ने दी थी।
लुई बर्जर उस कंसोर्टियम का हिस्सा थी, जिसने जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी द्वार वित्तपोषित अरबों डॉलर की जल एवं जल निकासी परियोजना के क्रियान्वयन का ठेका हासिल किया था।
जेआईसीए द्वारा वित्तपोषित परियोजना के निदेशक वाचासुंदर और लुई बर्जर के पूर्व भारत प्रमुख सत्यकाम मोहंती को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
कांग्रेस के मौजूदा विधायक कामत और कामत के मुख्यमंत्रित्व काल में लोक निर्माण मंत्री रहे चर्चिल अलेमाओ से एक बार से अधिक बार पूछताछ की जा चुकी है।