एटीएस और आईबी की नजरें नेपाल सीमा के अलावा पश्चिमी उ.प्र. पर भी टिकी हैं, जहां हाल में कुछ आतंकियों की आमद होने का इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिला है।
आईजी एटीएस रामकुमार मुताबिक लश्कर आतंकी इरफान का उप्र में खासा बड़ा नेटवर्क है। नेपाल में जेल में रहने के दौरान भी वह लश्कर और सिमी के स्लीपिंग माडयूल्स की मदद करता रहता था। इसके लिए आईएसआई उसकी पूरी मदद करती थी। यही वजह है कि जेल से भागने के बाद वह सीधे बहराइच पहुंचा।
एटीएस यह पता लगाने की कोशिश भी कर रही है कि बहराइच के बाद इरफान कहां जाने की फिराक में था। उसके उप्र में सिमी के स्लीपिंग माडयूल्स से कितने गहरे रिश्ते हैं और वह आईएसआई के इशारे पर नेपाल से किन गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। इसके लिए एटीएस की टीम दिल्ली भेजी जाएगी जो दिल्ली पुलिस के साथ उससे पूछताछ करेगी। एटीएस ने इरफान से अब तक हुई पूछताछ को लेकर दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट भी मांगी है।