लखनऊ, 24 अक्टूबर – मोहर्रम त्योहार के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया है, ताकि कोई माहौल न बिगाड़ पाए। पश्चिमी लखनऊ के पांच थाना क्षेत्रों को पांच जोन व 18 सेक्टर में बांटा गया है। शनिवार शाम से रविवार शाम तक मनाए जाने वाले मोहर्रम में हर गतिविधि की वीडियो रिकार्डिग की जाएगी। इसके लिए पुराने शहर के 70 संवेदनशील व अतिसंवेदनशील स्थानों पर स्थायी कैमरे लगाए गए हैं। छावनी में तब्दील हो रहे पुराने शहर में रूफ टॉप ड्यूटी के दौरान सिपाहियों को बाइनाकुलर (दूरबीन) व वीडियो कैमरे से लैस किया जा रहा है, जिससे हर गतिविधि पर नजर बनाई जा सके। इसके साथ ही हर जुलूस पर ड्रोन कैमरा की मदद से नजर रखी जाएगी। माहौल बिगाड़ने वालों से इस बार सख्ती से निपटने का आदेश दिया गया है।
डीआईजी (रेंज) आर.के.चतुर्वेदी ने बताया कि दूसरे जनपदों से आने वाले पुलिस बल को शनिवार सुबह से ही ड्यूटी प्वाइंटों पर तैनात कर दिया जाएगा। फोर्स में 20 एएसपी, 50 सीओ, 80 एसओ, इंस्पेक्टर, 400 सब इंस्पेक्टर, 1800 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल, 20 कंपनी पीएसी व 3 कंपनी आरएएफ लगाई जाएगी।
पुलिस बल लगातार रहेगा भ्रमणशील :
लखनऊ में 20 विशेष वाहन (चार पहिया) व 40 बाइकों पर दंगा निरोधी उपकरणों से लैस पुलिस बल लगातार भ्रमणशील रहेगा। बाहर से आने वाली फोर्स में उन पुलिस अफसरों व पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है, जो पहले से पुराने लखनऊ से अनुभवी हो या पूर्व में ड्यूटी कर चुके हों।
डीआईजी ने बताया कि पुराने शहर के संवेदनशील इलाकों ठाकुरगंज, बाजारखाला, चौक, वजीरगंज व सआदतगंज की गलियों में लगातार पुलिस गश्त करती रहेगी। क्षेत्र को पांच जोन व अठ्ठारह सेक्टर में बांटा गया है। इस बार मोर्हरम में सेक्टर मजिस्ट्रेट व जोनल प्रभारी को प्रतिदिन चार बार ड्यूटी चेक करने का आदेश दिया गया है।
उन्होंने बताया कि ड्यूटी चेक के दौरान उन अफसरों को वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर भी लेने होंगे।
72 स्थानों पर कैमरे लगे :
चौक के अकबरी गेट, नक्खास, ठाकुरगंज, बाजारखाला, सआदतगंज के कई इलाकों व वजीरगंज में 72 स्थायी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नक्खास व पाटानाला चौकी से सब कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस कंट्रोल रूम में चौबीस घंटे बैठा सिपाही कैमरों की मदद से नजर रखेंगे।
चतुर्वेदी ने बताया कि पुराने शहर में तैनात फोर्स को अत्याधुनिक असलहे, दंगा नियंतण्रउपकरण व वीडियो कैमरा उपलब्ध कराया गया है।
थाना प्रभारियों व सीओ के पास हरदम एक कैमरा मौजूद रहेगा। विवाद की स्थिति बनते ही पहले रिकार्डिग और फिर उसी के सहारे उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पिछले साल 21वीं रमजान में हुए उपद्रव के दौरान चिह्न्ति लोगों की सूची तैयार कर पुलिस उनकी हर एक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है।
डीआईजी ने बताया कि उपद्रव की स्थिति पैदा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी समुदाय के क्यों न हो। उन्होंने कहा कि पुराने शहर में कई जगह बैरेकेडिंग की व्यवस्था की गई है।