लखनऊ , 11 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी के चौक इलाके में मंगलवार सुबह पाटानाला पुलिस चौकी से महज दो सौ मीटर दूर नाजिम साहब के इमामबाड़ा के सामने एक स्कूल संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बेटी की बहादुरी की वजह से पुलिस ने हत्यारे को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक (शहर, पश्चिम) अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित अवध पब्लिक हाईस्कूल के प्रबंधक मिर्जा तकी रजा उर्फ तक्कू (58) नाजिम साहब इमामबाड़ा परिसर स्थित आवास में रहते थे।
वह मंगलवार सुबह 6़50 बजे अपनी बड़ी बेटी विधि छात्रा शीना मिर्जा को मारुति कार की ड्राइविंग सिखाकर घर लौट रहे थे। पाटानाला पुलिस चौकी के सामने से होते हुए शीना ने इमामबाड़ा के गेट के सामने कार रोककर हॉर्न बजाया।
हॉर्न बजने के बाद नौकर मुन्ने (28) गेट खोल ही रहा था कि हेलमेट लगाए एक बदमाश कार के पास पहुंचा और ड्राइविंग सीट के बगल में बैठे तकी रजा की कनपटी से रिवल्वर सटाकर गोली मार दी। उन्होंने बताया इस बीच कार से उतरी शीना मिर्जा बदमाश से रिवल्वर छीनने के साथ उससे भिड़ गई।
युवती को बदमाश से मुकाबला करते देख रास्ते से गुजर रहे एक छात्र ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। इसके साथ छात्र व एक रिक्शा चालक भी कातिल पर टूट पड़े। थोड़ी ही देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शीना मिर्जा ने हमलावर को रिवल्वर समेत पुलिस के हवाले कर दिया। बदमाश की पहचान लईक अब्बास के रूप में हुई।
पुलिस के मुताबिक, अवध पब्लिक हाईस्कूल के प्रबंधक मिर्जा तकी रजा वकालत भी करते थे। इसके अलावा नाजिम साहब इमामबाड़ा के मुतवल्ली व हज कमेटी के सदस्य रहे थे। हिस्ट्रीशीटर लईक अब्बास ने बरसों से उनकी एक दुकान कब्जा रखी थी।
इसे लेकर मिर्जा तकी रजा से तनातनी थी। वह प्रथम तल पर स्थित अपने स्कूल का कुछ हिस्सा बनवाना चाहते थे, जबकि लईक ने दुकान के ऊपर निर्माण कराने का प्रयास किया।
इस पर तकी रजा ने मुकदमा दायर किया था और मंगलवार को उसकी सुनवाई थी। लईक अब्बास को अहसास था कि फैसला उसके खिलाफ होगा और दुकान हाथ से निकल जाएगी। इसके चलते उसने इस घटना को अंजाम दे दिया।