लखनऊ- कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए चल रहे लॉकडाउन में उत्तर प्रदेश के छोटे दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन भले ही राशन और जरूरत का समान पहुंचाने की कोशिश कर रहा हो, पर छोटे व्यापारियों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। इन पर खरीदारी में लगे प्रतिबंध के कारण अनाज व अन्य वस्तुएं बेचने वालों को बिना पास के कारण मुख्य बजार तक पहुंचने में कठिनाई बढ़ गई है। आलमबाग, अशियाना, डंडइया, सरोजनी नगर, ठाकुरगंज, सहादतगंज और चौक समेत कई जगह के छोटे दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर रखी हैं या फिर कुछ घंटे ही खोल रहे हैं। नहरिया में दुकान चलाने वाले राजेश्वर ने बताया, “थोक बजार में लंबी लाइन में लगने के बाद ही कुछ समान मिल पाता है। कभी-कभी पुलिस तो बिना पास के आने-जाने नहीं देती है। ऐसे में व्यापार कमजोर पड़ गया है। हम लोग पास बनवाने में सक्षम नहीं है।”
वहीं जानकीपुर में राशन बेचने वाले किशन ने बताया कि पास न होने के कारण थोक व्यापारियों की दुकानों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। इसका कोई उपाय सरकार को करना चाहिए। सब्जी बेचने वाले राम प्रसाद ने बताया कि काफी कठिनाइयां झेलकर वे सब्जी लाते हैं, खरीदने वाले कम ही लोग घर से निकलते हैं। ऐसे में जो सब्जियां बिक नहीं पातीं, सड़ जाती हैं और इस कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
दूसरी ओर, थोक गल्ला करोबारी राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, “हमारे पास करीब 60 प्रतिशत छोटे दुकानदारों ने आना छोड़ दिया है। कुछ तो बिना वाहन के समान नहीं ले जा पा रहे हैं और कुछ व्यापारी फोन कर माल मंगवाते हैं, लेकिन हम पहुंचा नहीं पाते हैं।”