भोपाल।रैगिंग से तंग आकर आत्महत्या करने वाली आरकेडीएफ बी-फार्मा की छात्रा अनीता के मामले में कमला नगर पुलिस ने गुरूवार को चार सीनियर छात्राएं और प्रोफेसर समेत पांच आरोपियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों में प्रोफेसर मनीष्ा गुप्ता (32), वरिष्ठ छात्रा दीप्ति सोलंकी (बालाघाट), निधि अशोक मघरे (भोपाल), कीर्ति गौर (रायसेन) व दीवांशी विजय शर्मा (सीहोर)हैं। तीन घंटे में आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर सभी को आरोपी बनाया है। पुलिस ने आरकेडीएफ कॉलेज के डायरेक्टर को बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा है। उधर, आरोपियों ने आरोपों को गलत ठहराते हुए बताया कि अनीता ने उन्हें फोन पर पारिवारिक कारणों से मानसिक तनाव में रहने की बात कही थी।
फार्मेसी की छात्रा की खुदकुशी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि रैगिंग की रोकथाम के लिए कड़े प्रावधान लागू किए जाएंगे।
इससे पहले सुबह पीडिता के घर पहुंचे गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने एसपी साउथ को आरोपियों की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए थे। इस दौरान अनीता के पिता कमलेश ने चेतावनी दी कि यदि उनकी बेटी को न्याय नहीं मिला तो वे परिवार समेत आत्महत्या कर लेंगे। एएसपी जोन-1 दिलीप सिंह तोमर के मुताबिक अनीता शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में आरोपियों पर प्रताडित करने और गंदे काम करवाने के आरोप लगाए थे। आरोपी चारों छात्राएं बी-फार्मा तृतीय वष्ाü की हैं।
राज्य महिला आयोग ने भी पीडिता के घर जाकर जानकारी ली। आयोग अध्यक्ष उपमा राय ने कहा कि अनीता मामले में आरकेडीएफ कॉलेज प्रबंधन को भी सह आरोपी बनाया जाना चाहिए।