भोपाल, 7 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में हुए रेल हादसे की वजह मौसम विभाग द्वारा जारी की गई भारी बारिश की चेतावनी को नजरअंदाज किया जाना बताया जा रहा है। वहीं भोपाल रेल मंडल के डीआरएम आलोक कुमार ने ऐसी किसी सूचना होने की बात नकार दी।
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल-खंडवा रेल खंड के हरदा जिले के खिरकिया-हरदा रेल्वे स्टेशन के बीच पड़ने वाली काली माचक नदी के पुल पर मंगलवार की रात को हादसा हुआ था। नदी के पुल पर से गुजरते समय मुंबई से वाराणासी की ओर जा रही गाड़ी संख्या 11071 कामायनी एक्सप्रेस अनियंत्रित हो गई और उसकी सात बोगियां पटरी से उतरकर नदी में जा समाई। इस हादसे के बाद दूसरी ओर से राजेंद्र नगर (पटना) से मुंबई जा रही गाड़ी संख्या 13201 जनता एक्सप्रेस का इंजन और चार बोगियां पटरी से उतरकर नदी के पानी में डूब गई। इस हादसे में कुल 28 लोग मारे गए हैं।
इस घटना की वजह अलग-अलग बताई जा रही है। मौसम विभाग के भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक अनुपम कश्यपी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए यह कहकर सनसनी मचा दी कि उनकी ओर से हरदा क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी को नजरअंदाज किया गया। वे कहते हैं कि अगर उनकी चेतावनी को रेलवे गंभीरता से लेता तो इस हादसे को रोका जा सकता था।
वहीं रेलवे के डीआरएम आलोक कुमार ने स्पष्ट किया कि उनके विभाग को भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं थी। उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि इस हादसे को रोक पाना संभव नहीं था, प्राकृतिक आपदा पर किसी का वश नहीं है।